लखनऊ : कानपुर एनकाउंटर का मुख्य आरोपी विकास दुबे की उज्जैन से हुई गिरफ्तारी के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन पुलिस को बधाई दी है. उन्होंने कहा है कि जिनको लगता है कि महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धूल जाएंगे, उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं है. हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख़्शने वाली नहीं है. मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी सूचना के अनुसार शिवराज सिंह चौहान ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी इस संबंध में बात की है. उन्होंने योगी आदित्यनाथ से कहा है कि मध्यप्रदेश की पुलिस जल्द ही विकास दुबे को यूपी पुलिस के सुपुर्द कर देगी.
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष ने बताया कि एनकाउंटर के डर से विकास दुबे खुद से सरेंडर करना चाहता था. मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद विकास दुबे चिल्ला चिल्लाकर कहने लगा कि वह ही विकास दुबे है. पुजारी आशीष ने बताया कि मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड लिया. उसके बाद महाकाल मंदिर के पुलिस चौकी को सूचना दी गई. विकास दुबे ने 250 रुपये की रसीद कटवाकर मंदिर में दाखिल हुआ था.
बता दें कि कानपुर एनकांउटर का मुख्य आरोपी कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) को गुरुवार की सुबह उज्जैन में गिरफ्तार कर लिया गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पांच लाख का इनामी विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए गया था. वहां के गार्ड ने उसे पहचाना. उसकी पहचान होते ही वहां की पुलिस एक्शन में आयी और उसे वहीं धर दबोचा.
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार पुलिस ने महाकालेश्वर मंदिर से सुबह करीब 9 बजकर 55 मिनट पर विकास दुबे को गिरफ्तार किया. पुलिस को देख विकास दुबे ने मंदिर के सामने अपना नाम चिल्लाया. उसने चिल्लाते हुए कहा कि मैं विकास दुबे हूं कानपुरवाला. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर अपने साथ ले गयी. उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित चौबेपुर थाने में पिछले हफ्ते आठ पुलिसकर्मियों को घेरकर बेरहमी से हत्या करने के आरोपी विकास (Vikas Dubey) की तलाश यूपी पुलिस लगातार कर रही थी. उसपर पांच लाख रुपये का इनाम भी था. बताया जाता है कि घटना को अंजाम देकर फरार विकास पहले दिल्ली-एनसीआर पहुंचा, लेकिन पुलिस की जबरदस्त दबिश के बाद वह फिर मध्यप्रदेश के उज्जैन जिला पहुंचा. वहां उसे आखिरकार एमपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.