Sawan 2020 : देवघर : श्रावण मास के दूसरे दिन मंगलवार (7 जुलाई, 2020) को भी बाबा मंदिर (Babadham) के चारों ओर पुलिस की कड़ी चौकसी रही. भक्तों ने बाबा की सरकारी पूजा और शृंगार पूजा ऑनलाइन (Online puja) देखा.
मंगलवार (7 जुलाई, 2020) सुबह करीब 4.30 बजे बाबा मंदिर का पट खुला. इसके बाद बाबा बैद्यनाथ की षोडषोपचार विधि से पुजारी छोटेलाल महाराज ने पूजा की. बाबा पर फुलेल, इत्र, घाम चंदन, फल, फूल, दूध, दही, घी, मधु, शक्कर, धोती, साड़ी, जनेऊ आदि अर्पित किये गये. सरकारी पूजा के बाद तीर्थ पुरोहितों के लिए पट खोल दिया गया. सरकारी पूजा के पहले बाबा पर भक्तों ने कांचा जल अर्पण किया. सुबह लगभग 6.30 बजे बाबा मंदिर का पट बंद कर दिया.
मंदिर प्रभारी सह एसडीओ विशाल सागर विधि व्यवस्था को लेकर बाबा मंदिर परिसर में सुबह से ही मौजूद रहे. वे सुबह करीब 5.30 बजे मंदिर पहुंच गये थे. इस दौरान मंदिर का पट बंद होने तक मौजूद रहे. उन्होंने मंदिर परिसर का जायजा लिया. इसके बाद सीसीटीवी रूम में गये. वहीं से मंदिर की व्यवस्था का जायजा लेते रहे. मंदिर का पट बंद होने के बाद पुन: मंदिर परिसर में भ्रमण कर लौट गये.
बाबा मंदिर मंझलाखंड में एक तीर्थपुरोहित जब तीसरी बार गर्भगृह में प्रवेश करने लगे, तो दूसरे तीर्थपुरोहित ने विरोध कर दिया. इससे काफी देर तक दोनों के बीच बहस होती रही. बाद में मामले को शांत कराया गया. दरअसल, मंदिर गर्भगृह में एक तीर्थपुरोहित लगातार 2 बार गर्भगृह से निकल चुके थे. तीसरी बार अंदर जाने पर अन्य लोग भड़क गये. उनके आने- जाने से परेशानी हो रही थी. इससे दोनों के बीच तीखी बहस होने लगी. ड्यूटी में तैनात पुलिस बल भी मूकदर्शक बने रहे. इससे गर्भगृह में मौजूद तीर्थपुरोहितों में नाराजगी देखी गयी. 10 मिनट तक बाबा मंदिर मंझलाखंड में हो- हल्ला होता रहा.
सावन के दूसरे दिन मंगलवार (7 जुलाई, 2020) को सीमावर्ती इलाकों का औचक निरीक्षण करने के लिए डीसी नैंसी सहाय, एसपी पीयूष पांडेय और एसडीओ विशाल सागर विभिन्न चेक पोस्टों पर पहुंचे. निरीक्षण के दौरान डीसी ने दंडाधिकारियों व पुलिस के जवानों को निर्देश दिया कि सभी लोग पूरी सतर्कता और सावधानी के साथ अपने प्रतिनियुक्त स्थलों पर कार्य करें एवं हर एक गतिविधि पर अपनी नजर बनाये रखें. अवैध और बिना वजह सड़कों पर घूम रहे वाहनों पर सख्त कार्रवाई करें.
उन्होंने श्रावणी मेला, 2020 स्थगित होने की बाद विधि-व्यवस्था व सुरक्षा व्यवस्था को बनाये रखने के उद्देश्य से वाहनों की चेकिंग के साथ सावन माह में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से नम्रतापूर्वक कहें कि इस बार मेला का आयोजन नहीं हो रहा है. मंदिर भी बंद है. दर्दमारा बॉर्डर एवं दुम्मा झारखंड प्रवेश द्वार के अलावा सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के बाद डीसी ने चेक पोस्ट पर सुविधाओं व विधि-व्यवस्था को दुरुस्त बनाये रखने का निर्देश दिया.
उन्होंने प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों से कहा कि कोई भी बाहरी वाहनों व बड़े वाहनों को बिना पास के जिले के अंदर प्रवेश नहीं करने दें. झारखंड के अलावा दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों को बाहर से बाहर ही उनके गंतव्य तक भेज दें. निरीक्षण के दौरान कई अधिकारी व पुलिस पदाधिकारी भी मौजूद थे.
Posted By : Samir ranjan.