India China Standoff : चीन की सीमा पर तनाव के बाद से ही भारत ने आर्थिक रूप से ड्रैगन को झटका देने में लगी है. मोदी सरकार ने एलएसी पर हुई हिंसक झड़प के बाद से ही चीन के खिलाफ कठोर कदम उठाते हुए टिकटोक सहित 59 ऐप पर बैन, रेलवे में 417 करोड़ का टेंडर और आगरा मेट्रो कॉरिडोर जैसे प्रोजेक्ट रद्द कर दिया है. सरकार के इस फैसले से चीन को करोड़ों का आर्थिक नुकसान हुआ है. आइए जानते हैं भारत द्वारा चीन पर लिए गए अब तक के सभी बड़े एक्शन के बारे में…
59 ऐप पर बैन– केंद्र सरकार ने चीन से तनाव के बीच ड्रैगन को जो सबसे बड़ा झटका दिया वो थआ 50 ऐप पर बैन लगाना. सरकार ने दुनिया के सबसे पॉपुलर ऐप्स मे से एक टिकटोक सहित 59 चाइनीज मोबाइल ऐप को भारत में बैन कर दिया. टिक टोक के भारत में बैन होने से तकरीबन 6 लाख डॉलर का नुकसान हुआ है.
बिजली आयात होगा बंद– केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने बड़ा ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि देश के ऊर्जा क्षेत्र में चीन से आयात को बंद किया जाएगा. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वित्त राज्यमंत्रियों से बातचीत कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा कि राज्यों को चीन से आयात बंद करना होगा.आरके सिंह ने कहा कि 2018-19 में हमने ऊर्जा क्षेत्र में 71,000 करोड़ का सामान आयात किया, जिसमें से 21,000 करोड़ का आयात चीन से हुआ है. हम ऐसा नहीं होने दे सकते. उन्होंने कहा, हमने फैसला किया है कि चीन से कोई आयात नहीं करेंगे. इस लिस्ट में चीन और पाकिस्तान हैं. हम चीन और पाकिस्तान से आपको (राज्यों को) आयात नहीं करने देंगे.
थर्मल कैमरा खरीद के टेंडर को रद्द – केंद्र सरकार ने ड्रैगन को एक बड़ा करारा झटका थर्मल कैमरा खरीद के टेंडर को रद्द कर दिया है. सप्लायरों की ओर से ऐतराज जाहिर करने के बाद रेलवे ने चीनी कंपनियों से आयात कराए जाने वाले थर्मल कैमरा खरीद के टेंडर को रद्द कर दिया है. विभिन्न सप्लायरों की ओर से मिले रिएक्शन के रेलवे की ओर से यह कदम उठाया गया है. रेलवे के सामने ऐतराज जाहिर करते हुए सप्लायरों ने कहा कि उपकरण खरीद को लेकर जो चीजें मांगी गयी हैं, उससे चीनी कंपनियों को लाभ होगा.
रेलवे ने रद्द किया ठेका– वहीं भारतीय रेलवे ने चीन की एक कंपनी बिजिंग नैशनल रेलवे रिसर्च एंड डिजाइन इंस्टिट्यूट ऑफ सिग्नल एंड कम्युनिकेशन लिमिटेड को इस रेल खंड पर 417 किलोमीटर लंबे लाइन पर सिग्नल और दूरसंचार के काम का ठेका दिया था. कंपनी को 2016 में ही यह कॉन्ट्रैक्ट मिला था.
आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट रद्द- बता दें कि तकनीकी खामियों के चलते कानपुर, आगरा मेट्रो के लिये चीनी कंपनी की निविदा को खारिज कर दिया है. कार्पोरेशन ने कानपुर और आगरा मेट्रो परियोजनाओं हेतु मेट्रो ट्रेनों (रोलिंग स्टॉक्स) की आपूर्ति, परीक्षण और चालू करने के साथ-साथ ट्रेन कंट्रोल और सिग्नलिंग सिस्टम का ठेका बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्ट इंडिया प्राइवेट लि. को दिया है। इसके लिये चीन की कंपनी सीआरआरसी नैनजिंग पुजहेन लिमिटेड ने भी निविदा भरी थी लेकिन तकनीकी खामियां पाये जाने के कारण चीनी कंपनी को अयोग्य घोषित कर दिया गया। बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्ट इंडिया प्राइवेट लि. एक भारतीय कॉन्सोर्सियम (कंपनियों का समूह) है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra