भागलपुर: जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नियम बदलने लगा है. सरकार की ओर से घोषित कोविड अस्पताल के आइसीयू को बिना अधीक्षक की अनुमति के बंद कर दिया जा रहा है. सरकार का स्पष्ट निर्देश है कोविड 19 के मरीजों के लिए हर हाल में आइसीयू का दुरुस्त रखा जाये. कोरोना पॉजिटिव मरीज को जब भी जरूरत हो उसे आइसीयू और वेंटिलेटर की सुविधा प्रदान की जाये.
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इस निर्देश के बाद आइसीयू इंचार्ज डॉ महेश ने बिना अधीक्षक के हस्ताक्षर के आइसीयू की सेवा को अगले आदेश तक बंद कर दिया. आइसीयू में भर्ती होने से पहले गंभीर मरीज जिसे सर्दी, खांसी बुखार है उसे कोरोना जांच के बाद ही आइसीयू में भर्ती करने की बात कही गयी थी.
इसका परिणाम शनिवार रात को दिखा. जब नवगछिया के एक मरीज को आइसीयू में भर्ती करने के लिए परिजनों को हंगामा करना पड़ा. खुद अधीक्षक को आइसीयू इंचार्ज का एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा. जब मरीज को आइसीयू में लाया गया, उससे पहले ही तबीयत और बिगड़ गयी और बुजुर्ग की मौत हो गयी.