भागलपुर : जमालपुर रेलवे अस्पतालसे रेफर होकर आयी महिला को जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इंट्री नहीं मिला. 50 साल की मरीज सरिता देवी को दो दिन से सांस लेने में परेशानी हो रही थी. ऑक्सीजन के सहारे एंबुलेंस पर इस मरीज को मायागंज अस्पताल लेकर परिजन पहुंचे.
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परिजनों ने मरीज का पेपर जिसमें रेफर लिखा हुआ था वह भी दिखाया गया. महिला के साथ आये इनके नाती एमवीआइ आफिस में कार्यरत रोहन कुमार के अनुसार डॉक्टरों ने कोविड टेस्ट कराने की बात कह कर हमें मरीज के साथ वापस भेज दिया. टेस्ट कराने के लिए सदर अस्पताल और मायागंज अस्पताल के बीच चक्कर लगाते रहे लेकिन कहीं भी जांच के लिए सैंपल नहीं लिया गया.
रोहन ने बताया कि शाम चार से सात बजे तक मरीज का कोरोना टेस्ट कराने के लिए भटकते रहे. अस्पताल अधीक्षक से मिलने पर कहा गया कि मुंगेर का मामला भागलपुर में नहीं लिया जाता है. मुंगेर के संदिग्ध कोरोना या पॉजिटिव मरीज का इलाज पटना में किया जाता है. आप मरीज को लेकर वहीं चले जाये. रोहन ने बताया कि रेलवे अस्पताल जमालपुर के डॉक्टर ने हमें यह कह कर मायागंज अस्पताल भेज दिया कि यहां वेंटिलेटर की सुविधा नहीं है. यहां आने के बाद से परेशान हैं.