21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जंगल में जिधर देखो हाथियों की लाशें ही लाशें, दो माह में 350 से ज्यादा ने गंवायी जान, रहस्य बरकरार

पूरी दुनिया में इस समय कोरोना संक्रमण की दहशत है. इस घाचक वायरस को लेकर हर कोई परेशान है. लेकिन यहां बात सिर्फ कोरोना की नहीं है. और भी ऐसी कई घटनाएं हो रही हैं, जो हैरान करने वाली है. एक ऐसा ही मामला सामने आया है अफ्रीकी देश बोत्सवाना से. यहां के जंगल में पिछले दो महीनों में जंगल में हाथियों की लाशें ही लाशें दिख रही हैं. दो महीनों में 350 हाथियों की मौत के बाद इलाके में खौफ है. हाथियों की मौत कैसे हो रही है, इसकी किसी को कोई जानकारी नहीं है.

पूरी दुनिया में इस समय कोरोना संक्रमण की दहशत है. इस घाचक वायरस को लेकर हर कोई परेशान है. लेकिन यहां बात सिर्फ कोरोना की नहीं है. और भी ऐसी कई घटनाएं हो रही हैं, जो हैरान करने वाली है. एक ऐसा ही मामला सामने आया है अफ्रीकी देश बोत्सवाना से. यहां के जंगल में पिछले दो महीनों में जंगल में हाथियों की लाशें ही लाशें दिख रही हैं. दो महीनों में 350 हाथियों की मौत के बाद इलाके में खौफ है. हाथियों की मौत कैसे हो रही है, इसकी किसी को कोई जानकारी नहीं है.

लाशों से ना तो जहर के अंश पाए गए हैं ना ही उनके दांत तोड़े गए हैं. ऐसे में शिकारियों द्वारा ऐसा करने की बात खत्म हो जाती है. जंगलों से मिली इन हाथियों की लाशें दुनिया के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है. हाथियों की लाशों से आती बदबू के बाद इनकी मौत का पता चला. मरे हुए इन हाथियों की सैंकड़ों तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं हैं.

इन हाथियों में से ज्यादातर की मौत किसी पानी के स्त्रोत के आस-पास हुई है ऐसे में ये शक भी जताया जा रहा है कि ये जहर देने का मामला भी हो सकता है. हालांकि कई वैज्ञानिक इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि ये कोई बीमारी तो नहीं है. न्यूज वेबसाइट गार्जियन के मुताबिक, बोत्स्वाना की सरकार ने अभी इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. डायरेक्टर ऑफ कंजर्वेशन एट नेशनल पार्क रेस्क्यू डॉक्टर नील मैकेन ने गार्जियन से बताया कि इतनी बड़ी संख्या में प्राकृतिक रूप से हाथियों को मरते हुए कभी नहीं देखा गया है.

ऐसी मौत सिर्फ सूखे के दौरान होती है लेकिन अभी तो पानी मौजूद है. मैकेन का कहना है कि उनके सहयोगियों ने मई की शुरुआत से लेकर अभी तक दक्षिणी अफ्रीका के इस देश के ओकावांगो डेल्टा में 350 से अधिक मृत हाथियों की पहचान की है.बोत्स्वाना सरकार इस पूरे मामले पर चुप है लेकिन मौत की वजह की छानबीन शुरू कर दी गई है. सरकार ने लैब टेस्ट करवाए हैं लेकिन अभी उनका नतीजा आने में वक़्त है.

बता दें कि अफ्रीका में हाथियों की आबादी का एक तिहाई हिस्सा बोत्सवाना में ही रहता है. एक हैलीकॉप्टर के जरिए हवाई सर्वे करने वाली टीम को ही 169 हाथियों की लाशें नज़र आयीं हैं. मैकेन ने बताया कि अलग-अलग टीमों को जो लाशें मिलीं हैं वो 350 से भी ज्यादा हैं. सबसे आश्चर्य की बात ये है कि लाश सिर्फ हाथियों की मिल रही है और किसी जीव की नहीं..

मरते हाथियों से दुनिया हैरान

आशंका इस बात की भी जताई जा रही है कि हो सकता है ये किसी बीमारी के कारण हो जो इंसानों से इन जानवरों में आई हो. बोत्सवाना के वन्यजीव और राष्ट्रीय उद्यान विभाग के कार्यवाहक निदेशक डॉ. साइरिल टोलो के अनुसार, अब तक कम से कम 280 हाथियों की मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया कि अभी दूसरे जानवरों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है और लैब रिज़ल्ट आने के बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकेगा. कोरोना के इस कहर के दौरान अब हाथियों के बीच फैली इस रहस्यमय बीमारी ने लोगों को हैरान कर दिया है. बिना किसी शिकारी के और किसी जहर के एक के बाद एक मरते हाथियों से दुनिया हैरान है

Posted By: Utpal kant

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें