मधुबनी : नेपाल के साथ पड़ोसी राज्यों में हो रही बारिश से सभी नदियां उफान पर हैं. बुधवार को कमला नदी मधुबनी जिले में झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. वहां खतरे का निशान 50 मीटर है, लेकिन इस नदी का जल स्तर 50.15 मीटर था. वही महानंदा नदी धनघारा घाट पर खतरे के निशान से 28 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. वहां खतरे का निशान 35.65 मीटर है.
इस नदी का जल स्तर 35.93 मीटर था. हालांकि दोनों नदियों का जल स्तर मंगलवार की अपेक्षा घट रहा था. जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार बागमती नदी बेनीबाद में खतरे के निशान से केवल दो सेंटीमीटर नीचे थी. वहीं, गंगा नदी का जल स्तर बढ़ रहा है, लेकिन खतरे के निशान से नीचे है़ पटना के दीघा घाट पर बुधवार को इसमें 10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई.
इस नदी का जल स्तर 35.93 मीटर था. हालांकि दोनों नदियों का जल स्तर मंगलवार की अपेक्षा घट रहा था. जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार बागमती नदी बेनीबाद में खतरे के निशान से केवल दो सेंटीमीटर नीचे थी. वहीं, गंगा नदी का जल स्तर बढ़ रहा है, लेकिन खतरे के निशान से नीचे है़ पटना के दीघा घाट पर बुधवार को इसमें 10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई.
गंडक बराज से छोड़ा गया 80 हजार क्यूसेक पानी
गंडक बराज से 80 हजार क्यूसेक पानी बुधवार की शाम तक छोड़ा गया है. इससे तटवर्ती वन क्षेत्र समेत पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के समीपवर्ती क्षेत्रों में पानी का जमाव और कटाव होने की आशंका बढ़ गयी है. गंडक बराज के सभी कर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है.