पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को अपने संबोधन में छठ पर्व का जिक्र किए जाने और उनके भोजपुरी भाषा में ट्वीट पर बिहार के विपक्षी दलों ने कटाक्ष किया है. प्रधानमंत्री के भोजपुरी में ट्वीट पर बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने बुधवार को कटाक्ष करते हुए कहा, ”आज रउवा भोजपुरी याद आवत बा आ कुछ महीना पहिले लिट्टी चोखा याद आवत रहे, इहे पीआर बाजी कर के चुनाव लड़बअ? बिहार चुनाव आम चुनाव नइखे, महासंग्राम बा. रउवा गड़बड़ डीएनए वाला पलटू जी के किन सकी ला, बिहार के न्यायप्रिय जनता के ना.”
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा था, ”ई गरीबजन के सम्मान सुनिश्चित करे वाला बा. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के आगे बढ़ावला से देश भर के करोडों लोगन के फैदा होई.” राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राबडी देवी ने प्रधानमंत्री के उक्त ट्वीट पर कटाक्ष करते हुए बुधवार को कहा, ”आदरणीय प्रधानमंत्री जी, जून महीना में बिहार में मात्र 35.3% वितरण भईल बा. अब रऊआ ई बताईं ऐसे गरीब के दू जून के रोटी मीली ? गरीब लोग के राउर भाषण ना राशन चाहीं.”
वहीं, राजद की सहयोगी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान और राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव माधव आनंद ने मोदी के उक्त कथन को ”चुनावी स्टंट” बताया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार करते हुए गरीबों को 5 माह का अतिरिक्त मुफ्त राशन देने की घोषणा के लिए उन्हें धन्यवाद दिया था और आभार व्यक्त किया था.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा में मुख्य सचेतक संजय जायसवाल ने विपक्ष के आरोपों को दरकिनार करते हुए कहा कि विपक्षी दल अपनी ”छोटी सोच” को प्रदर्शित कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “इन क्षेत्रीय दलों की इतनी संकीर्ण दृष्टि है कि उन्हें पता ही नहीं चलता है कि छठ अब सिर्फ बिहार का त्योहार नहीं रह गया है. जायसवाल ने कहा कि राज्य के लोग पूरे देश में फैले हुए हैं और त्योहार हर जगह मनाया जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ‘संस्कृत सहित कई अन्य भाषाओं’ में ट्वीट कर चुके हैं पर विपक्ष बेवजह इसपर सवाल उठा रहा है.
Posted by Samir Kumar