23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

भारत में 59 चाइनीज एप पर बैन लगने से गदगद है अमेरिका, विदेश मंत्री पॉम्पिओ ने कही ये बात…

भारत-चीन सीमा विवाद के दौरान पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर बीते 15 जून को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद देश में चीन और चीनी सामानों के विरोध के बीच सरकार की ओर से 59 चाइनीज एप पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अमेरिका बेहद खुश नजर आ रहा है. उसने सरकार की ओर से उठाए गए इस कदम की जमकर सराहना की है. बुधवार को अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ ने कहा कि भारत का दृष्टिकोण साफ है और इससे उसकी अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा. हालांकि, इसके पहले अमेरिकी विदेश मंत्री पॉम्पिओ ने चीन को धुर्त देश की संज्ञा से नवाजा था. उन्होंने कहा कि चीन की विस्तारवादी नीति से दुनिया और खासकर पूर्व एवं दक्षिण एशिया की स्थिरिता प्रभावित हुई है.

नयी दिल्ली : भारत-चीन सीमा विवाद के दौरान पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर बीते 15 जून को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद देश में चीन और चीनी सामानों के विरोध के बीच सरकार की ओर से 59 चाइनीज एप पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अमेरिका बेहद खुश नजर आ रहा है. उसने सरकार की ओर से उठाए गए इस कदम की जमकर सराहना की है. बुधवार को अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ ने कहा कि भारत का दृष्टिकोण साफ है और इससे उसकी अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा. हालांकि, इसके पहले अमेरिकी विदेश मंत्री पॉम्पिओ ने चीन को धुर्त देश की संज्ञा से नवाजा था. उन्होंने कहा कि चीन की विस्तारवादी नीति से दुनिया और खासकर पूर्व एवं दक्षिण एशिया की स्थिरिता प्रभावित हुई है.

ट्रंप ने चीन की विस्तारवादी नीति की आलोचना की है : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि दक्षिण चीन सागर में जिस तरह चीन अपनी विस्तारवादी नीति को अंजाम दे रहा है, उससे यह साफ है कि वह दुनिया को अस्थिर करना चाहता है. कोरोना वायरस उसकी देन है और जिस तरह से पूरी दुनिया प्रभावित है, वह सबके सामने है. अब जिस तरह से चीन अपनी पश्चिमी सीमा यानी भारत के खिलाफ आक्रामक हुआ है, वह किसी भी मायने में वैश्विक समाज के लिए बेहतर नहीं कहा जा सकता है.

यूएनएससी में पॉम्पिओ ने भारत की प्रशंसा की : इसके पहले पोम्पिओ ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) से कहा कि ईरान ऑस्ट्रेलिया या भारत जैसा एक जिम्मेदार लोकतंत्र नहीं है. इसलिए तेहरान पर हथियार प्रतिबंधों की अवधि बढ़ायी जानी चाहिए. पोम्पिओ ने कहा कि ऐसा न करने पर ईरान रूस निर्मित लड़ाकू विमानों खरीदने के लिए स्वतंत्र हो जाएगा जो रियाद, नई दिल्ली, रोम और वारसा को ईरान के निशाने पर ले आएगा.

अमेरिका भी उठ रही टिक टॉक को प्रतिबंधित करने की मांग : भारत में टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध की चर्चा अमेरिका में भी हो रही है और कुछ सांसद इसका समर्थन कर रहे हैं. इन सासंदों ने अमेरिकी सरकार से इस पर विचार करने की अपील की है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि छोटे-छोटे वीडियो शेयर करने वाले एप किसी भी देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं.

सीनेट कॉर्निन ने किया ट्वीट : रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर जॉन कॉर्निन ने द वाशिंगटन पोस्ट में छपी एक खबर को टैग करते हुए अपने ट्वीट में कहा कि खूनी झड़प के बाद भारत ने टिक टॉक और दर्जनों चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया. वहीं, रिपब्लिकन पार्टी के ही सांसद रिक क्रोफोर्ड ने कहा कि टिकटॉक को जाना ही चाहिए और इसे तो पहले ही प्रतिबंधित कर देना चाहिए था.

पीएम मोदी ने बिगो लाइव को किया अनइंस्टॉल : भारत ने सोमवार को टिकटॉक, यूसी ब्राउजर समेत 59 चीनी ऐप को यह कहते हुए प्रतिबंधित कर दिया कि यह देश की सुरक्षा, अखंडता और संप्रभुता के लिए नुकासनदेह हैं. यह प्रतिबंध लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत-चीन के सैनिकों के साथ चल रहे गतिरोध के बीच लगाया गया है. इन प्रतिबंधित एप की सूची में वीचैट और बिगो लाइव भी शामिल हैं. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिगो लाइव को अनइंस्टॉल कर दिया है.

Also Read: भारत में 59 चाइनीज एप पर बैन लगने से तिलमिलाया चीन, अब कानूनी दांव-पेच में फंसाना चाहता है ड्रैगन

Posted By : Vishwat Sen

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें