नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के नाम संबोधन से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वीडिया मैसेज जारी कर केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है. राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए सवालों की झड़ी लगा दी. राहुल गांधी ने पीएम मोदी से पूछा कि चीन की फौज को देश से बाहर कब निकालेंगे. उन्होंने कहा, चीन ने 4 जगहों पर देश की जमीन पर कब्जा किया है. चीन ने देश की पवित्र भूमि छीनी है. राहुल गांधी ने वीडियो मैसेज जारी किया और ट्वीट किया, ‘उम्मीद है देश हित में इन सुझावों को PM ज़रूर मानेंगे. यही सच्ची देश सेवा भी है और राष्ट्र भक्ती भी’.
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर बड़ा हमला करते हुए कहा, केंद्र सरकार ने 22 बार तेल के दाम बढ़ाये. मालूम हो पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस ने राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन किया है और केंद्र सरकार से आग्रह किया कि दाम में वृद्धि को तत्काल वापस लिया जाए तथा पेट्रोलियम उत्पादों को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाया जाए.
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, कोरोना वायरस ने 3 महीने में देश की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है. वैसे में लोगों के पास पैसों की भारी कमी हो गयी है. युवाओं के पास रोजगार नहीं हैं. वैसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार युवाओं को हर महीने 7500 रुपये दे.
उम्मीद है देश हित में इन सुझावों को PM ज़रूर मानेंगे।
यही सच्ची देश सेवा भी है और राष्ट्र भक्ती भी। pic.twitter.com/kQc2hgol0S
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 30, 2020
राहुल ने चीन से आयात बढ़ने को लेकर सरकार पर निशाना साधा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले कुछ वर्षों में चीन से आयात बढ़ने को लेकर मंगलवार को भाजपा सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ की बात होती है, लेकिन ‘बाय फ्राम चाइना’ (चीन से खरीदने) पर अमल किया जाता है.
उन्होंने ट्वीट किया, तथ्य झूठ नहीं बोलते. भाजपा कहती है ‘मेक इन इंडिया’ और करती है ‘बाय फ्राम चाइना’. कांग्रेस नेता ने मनमोहन सिंह सरकार के समय भारत के कुल आयात में चीन की हिस्सेदारी घटने और नरेंद्र मोदी सरकार में चीन की हिस्सेदारी कथित तौर पर बढ़ने से जुड़ा एक ग्राफ भी शेयर किया.
गौरतलब है कि इन दिनों लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच गतिरोध चल रहा है. गत 15-16 जून की रात दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. चीनी पक्ष को भी नुकसान उठाना पड़ा था.
posted by – arbind kumar mishra