काठमांडु : भारत नेपाल तनाव के बीच नेपाल के विदेश मत्री प्रदीप ग्यावली ने बड़ा बयान दिया है. पीएम केपी ओली के साजिश भरे बयान के बाद विदेश मंत्री ग्यावली ने कहा कि भारत से हमारा दोस्ताना संबध है. नेपाल इंडिया बॉर्डर विवाद से दोनों मुल्कों के दोस्ती पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
काठमांडु पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार ग्यावली ने सोमवार को नेशनल असेंबली की एक बैठक में बोलते हुए ग्यावली ने कहा कि सरकार भारत के साथ बहुआयामी संबंधों के बारे में चिंतित है और सीमा को संशोधित करने वाले एक विशेष मुद्दे को भारत के साथ नेपाल के संबंधों की समग्र स्थिति को प्रभावित नहीं करना चाहिए.
पीएम ओली ने लगाथा था अपदस्थ करने का आरोप- भारतीय क्षेत्रों को अपना बता कर नया विवादित नक्शा जारी करने के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पिछले दिनों इशारों ही इशारों में भारत पर बड़ा गंभीर आरोप लगाया. ओली ने कहा, एक दूतावास मेरी सरकार के खिलाफ साजिश रच रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ओली ने कहा, भले ही उन्हें पद से हटाने की साजिश हो रही है, लेकिन यह असंभव है. उन्होंने कहा, जब से नेपाल ने नया नक्शा जारी किया है, तब से उनके खिलाफ साजिश की जा रही है.
प्रचंड ने सार्वजनिक दी थी धमकी- बता दें कि पिछले दिनों ही नेपाल के पूर्व पीएम और सत्ताधारी वाममोर्चा के संयोजक पुष्प कमल दहल प्रचंड ने केपी ओली को सरकार गिराने की धमकी दी थी. प्रचंड ओली के कार्यों से नाराज़ बताए जा रहे थे. प्रचंड ने बैठक में कहा था कि ओली क्रेडिट लेने के लिए काम करते हैं, पार्टी और देश के लिए नहीं.
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सीटों का गणित- नेपाल में नेशनल एसेंबली में 56 सीट है, जिसमें से 29 सांसद सरकार के लिए चाहिए. केपी ओली की पार्ट कम्युनिस्ट पार्टी (एमाले) के पास 27 सीट है, जबकि कांग्रेस के पास 13 और प्रचंड की पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी (माओ) के पास 12 सांसद है, इसके अलावा सरकार 4 क्षेत्रीय पार्टी के सांसद हैं, ओली को डर है कि कांग्रेस और प्रचंड क्षेत्रीय पार्टी की सहयोग से सरकार बनाने का दावा न कर दें.
Posted By : Avinish Kumar Mishra