देवघर : साइबर अपराध का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. झारखंड के देवघर जिले में जालसाजी कर पैसे की निकासी कर लिए जाने का मामला सामने आया है. पीड़िता की मानें, तो चेक उनके पास ही है, जबकि दिल्ली से जालसाजी कर साइबर अपराधियों ने 7.40 लाख रुपये की निकासी कर ली है. इसके खिलाफ जसीडीह थाने में मामला दर्ज कराया गया है. पढ़िए संजीत मंडल की रिपोर्ट.
देवघर जिले के जसीडीह स्थित संत फ्रांसिस के अल्फोंसा हॉस्टल के बैंक खाते से फर्जीवाड़ा कर 7 लाख 40 हजार 500 रुपये की अवैध निकासी कर ली गयी है. हॉस्टल का चेक सिस्टर के पास ही है, लेकिन राशि की निकासी दिल्ली से कर ली गयी. इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब 19 जून को हॉस्टल प्रबंधक उस खाते से एक लाख रुपये की निकासी करने गयीं. बैंक कर्मी ने उन्हें बताया कि इस खाते में तो मात्र 22 हजार रुपये ही हैं. इस घटना को लेकर हॉस्टल प्रबंधक सिस्टर रिट्टी ने जसीडीह थाने में शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है.
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बैंक की ओर से सिस्टर को बताया गया कि 17 जून को चेक से 7, 40, 500 रुपये की निकासी कर ली गयी है. खाते में मात्र 22 हजार ही शेष बचे हैं. इस राशि की निकासी चेक नंबर 3099 के जरिये दिल्ली के बदरपुर शाखा से हुई है. उस चेक से सिस्टर रिट्टी व सिस्टर जोसी का फर्जी हस्ताक्षर कर रुपये निकाले गये हैं. बैंककर्मी से राशि की निकासी की बात सुनते ही सिस्टर अवाक रह गयीं और उन्होंने कहा कि पूरा चेक बुक तो उनके पास ही रखा है, तो राशि की कैसे निकासी हुई ? तब बैंककर्मी ने उन्हें आवेदन देकर शिकायत करने को कहा.
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दिल्ली से जालसाजी कर राशि की निकासी के संबंध में सिस्टर ने रिजनल ऑफिस को जानकारी दी. बैंक कर्मी ने कहा कि राशि वापस करने का प्रयास किया जायेगा. यह भी कहा गया कि शुक्रवार को बैंक इससे सबंधित मुकदमा दिल्ली में दर्ज कराया जायेगा. घटना को लेकर बैंक द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने पर सिस्टर ने रविवार को घटना की जानकारी जसीडीह थाना को देकर कार्रवाई की मांग और राशि रिकवरी की मांग की है. जसीडीह थाने की पुलिस ने शिकायत पर जांच शुरू कर दी है.
Posted By : Guru Swarup Mishra