पटना : भारतीय सामान-हमारा अभिमान’ के तहत चीनी वस्तुओं के बहिष्कार को लेकर कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने जन्माष्टमी सहित अन्य त्योहारों में केवल भारतीय वस्तुओं का उपयोग करने की अपील की है. इसके लिए कैट ने भारतीय व्यापारियों को चीनी सामान नहीं बेचने तथा बचे चीनी सामान के भंडार को 15 जुलाई तक खत्म करने की अपील की है. हालांकि कैट की इस अपील के बाद चाइनीज उत्पाद बेचने वाले थोक कारोबारी और दुकानदारों में काफी आक्रोश है. कारोबारियों का कहना है कि कुछ भी बोलना आसान है, लेकिन उसको सही ढंग जमीन पर लागू कराना बहुत मुश्किल होता है. आज पहली बार सुन रहा हूं कि कैट खुदरा दुकानदारों का संगठन भी है.
चाइनीज घड़ी विक्रेता असलम आलम ने बताया कि फिलहाल मेरा घर-परिवार चाइनीज घड़ी बेच कर ही चल रहा है. अगर इसके बदले भारत में बनी घडियां मार्केट में आ जायेंगी तो चाइनीज माल क्यों बेचेंगे ? संगठन वाले केवल राजनीति कर रहे हैं. आज तक कोई संगठन फुटपाथ पर सामान बेच कर रोजी-रोटी चालने वालों से कभी मिलने क्यों नहीं आया?
कैट बिहार के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश कुमार नंदन ने कहा कि त्योहारों में पिछले कुछ वर्षों से चीनी सामानों की घुसपैठ अधिक हो गयी है, जिसे देश के बड़े हित में रोका जाना बहुत जरूरी है. चीनी सामानों के बहिष्कार का अभियान ही चीन के लिए माकूल का बेहतर जवाब होगा.
राज्य में औद्योगीकरण की प्रक्रिया को गति देने तथा नये निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सरकार ‘औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति 2016’ में संशोधन कर इसे और ज्यादा आकर्षक एवं व्यवहारिक बनाने में जुटी है. संशोधन के इस प्रस्ताव को राज्य मंत्रिमंडल द्वारा पास किये जाने पर बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआइए) ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसके लिए मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, उद्योग मंत्री के साथ -साथ मुख्य सचिव, विकास आयुक्त, वत्ति सचिव एवं उद्योग सचिव को धन्यवाद दिया है. इसपर एसोसिएशन के अध्यक्ष रामलाल खेतान, एसोसिएशन के उपाध्यक्ष संजय भरतिया व सुधीर चंद्र अग्रवाल ने भी खुशी जतायी है.