मेदिनीनगर : झारखंड को बिहार, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ से जोड़ने वाली एनएच 75 व 98 सड़क की स्थिति खराब है. बरसात के शुरू में सड़क जगह-जगह उखड़ रही है. इस संबंध में लोगों का कहना है कि मेदिनीनगर से पड़वा होते हुए औरंगाबाद तक की सड़क एनएच 75 व 98 की परिधि में आती है. इसकी परिधि में आने वाले अमानत व दुर्गावती पुल का ऊपरी भाग उखड़ने लगा है. कई जगहों पर छड़ दिखने लगा है.
इससे कभी भी दुर्घटना हो सकती है. लोगों का कहना है कि पुल का निर्माण हुए दो वर्ष भी नहीं हुआ है. लोगों का कहना है कि करोड़ों की लागत से पुल का निर्माण हुआ था. इससे मोटरसाइकिल सवार की दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. इससे आगे छतरपुर नगर पंचायत में एनएच की सड़क में भी गड्ढे हो गये हैं.
दुर्घटना रोकने के लिए स्थानीय लोगों ने यहां लाल झंडा लगा दिया है. इससे इस राह से गुजरने वाले लोगों को सड़क क्षतिग्रस्त की जानकारी मिलेगी. हरिहरगंज में भी सड़क की यही स्थिति है. आंदोलन के बाद सड़क बन गयी, लेकिन नाला निर्माण को लेकर गड्ढा खोद कर छोड़ दिया गया है. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. प्रतिदिन इस मार्ग से दो हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं.
हालांकि, अभी लॉकडाउन के कारण वाहनों का परिचालन कम हुआ है. यदि वाहनों का परिचालन पूर्व की तरह होता, तो सड़क पूरी तरह से जर्जर हो जाती. हरिहरगंज में हैदराबाद की इंफ्राक्रॉप्ट लिमिटेड द्वारा 21 करोड़ रुपये की लागत से एनएच-98 के चार किलोमीटर सड़क का निर्माण होना था. तेंदुआ गेट से संडा बोर्डर तक बनने वाली सड़क का निर्माण कार्य पिछले साल मई में पूरा किया गया. दूसरे लेयर का निर्माण कार्य चल रहा है. परंतु नाला निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं किया गया है.
नाला निर्माण के नाम पर सिर्फ गड्ढा खोद कर छोड़ दिया गया है. इस कारण सड़क संकीर्ण हो गयी है. हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती हैझारखंड को बिहार, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ से जोड़ने वाली एनएच 75 व 98 सड़क की स्थिति खराब है. बरसात के शुरू में सड़क जगह-जगह उखड़ रही है.
इस संबंध में लोगों का कहना है कि मेदिनीनगर से पड़वा होते हुए औरंगाबाद तक की सड़क एनएच 75 व 98 की परिधि में आती है. इसकी परिधि में आने वाले अमानत व दुर्गावती पुल का ऊपरी भाग उखड़ने लगा है. कई जगहों पर छड़ दिखने लगा है. इससे कभी भी दुर्घटना हो सकती है. लोगों का कहना है कि पुल का निर्माण हुए दो वर्ष भी नहीं हुआ है. लोगों का कहना है कि करोड़ों की लागत से पुल का निर्माण हुआ था. इससे मोटरसाइकिल सवार की दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. इससे आगे छतरपुर नगर पंचायत में एनएच की सड़क में भी गड्ढे हो गये हैं.
दुर्घटना रोकने के लिए स्थानीय लोगों ने यहां लाल झंडा लगा दिया है. इससे इस राह से गुजरने वाले लोगों को सड़क क्षतिग्रस्त की जानकारी मिलेगी. हरिहरगंज में भी सड़क की यही स्थिति है. आंदोलन के बाद सड़क बन गयी, लेकिन नाला निर्माण को लेकर गड्ढा खोद कर छोड़ दिया गया है. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. प्रतिदिन इस मार्ग से दो हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं. हालांकि, अभी लॉकडाउन के कारण वाहनों का परिचालन कम हुआ है.
यदि वाहनों का परिचालन पूर्व की तरह होता, तो सड़क पूरी तरह से जर्जर हो जाती. हरिहरगंज में हैदराबाद की इंफ्राक्रॉप्ट लिमिटेड द्वारा 21 करोड़ रुपये की लागत से एनएच-98 के चार किलोमीटर सड़क का निर्माण होना था. तेंदुआ गेट से संडा बोर्डर तक बनने वाली सड़क का निर्माण कार्य पिछले साल मई में पूरा किया गया. दूसरे लेयर का निर्माण कार्य चल रहा है. परंतु नाला निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं किया गया है. नाला निर्माण के नाम पर सिर्फ गड्ढा खोद कर छोड़ दिया गया है. इस कारण सड़क संकीर्ण हो गयी है. हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है.