नयी दिल्ली : सीबीएसई द्वारा बोर्ड परीक्षा रिजल्ट में मार्किंग पैटर्न लागू किए जाने के बाद छात्रों में कन्फ्यूजन, असंतोष और नाराजगी की बाते सामने आई है. इसी बीच केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि जिन छात्रों को मार्किंग पैट्रन से कोई समस्या होगी या उन्हें लगेगा कि उनका मार्क्स कम आए हैं, तो सीबीएसई उन्हें दोबारा परीक्षा देने का मौका देगी.
जी न्यूज से बात करते हुए शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा है कि 15 जुलाई तक हम परिणाम घोषित कर देंगे. उसके बाद जो छात्र इस परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे उन्हें फिर से एग्जाम देने का मौका मिलेगा. इसके अलावा निशंक ने कहा कि सीबीएसई जल्द ही नीट एग्जाम और विवि एग्जाम पर भी फैसला ले सकता है.
एग्जाम रद्द- सुप्रीम कोर्ट में गुरूवार को सुनवाई के दौरान सीबीएसई ने कहा था कि आगामी 1 जुलाई से बोर्ड की परीक्षा नहीं होगी. आगे हालात देखकर बोर्ड वैकल्पिक परीक्षा आयोजित कर सकती है . न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से सुनवाई के दौरान केन्द्र और सीबीएसई बोर्ड की ओर से सालिसीटर जनरल तुषार मेहता ये बातें कही. इसके अलावा, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया सुप्रीम कोर्ट को बताया कि ICSE बोर्ड ने भी कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी हैं.
15 को रिजल्ट– सीबीएसई ने बोर्ड रिजल्ट को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. सीबीएसई 15 जुलाई को रिजल्ट जारी करेगा. परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने बताया कि सीबीएसआई 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम 15 जुलाई तक घोषित किया जाएगा. वहीं परीक्षा मूल्यांकन को लेकर भी सीबीएसई ने रूपरेखा तैयार कर ली है.
ये है मार्किंग पैटर्न-
1. वैसे छात्र जिनके सभी पेपर पूरे हो गए थे, उनके लिए परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर अंक घोषित किए जाएंगे. इन छात्रों के लिए कोई भी मार्किंग पैटर्न नहीं है.
2.कक्षा 12 के वे छात्र जिनके केवल 1 या 2 पेपर ही आयोजित किए गए हैं. उनके परिणाम घोषित विषयों में प्रदर्शन के साथ-साथ आंतरिक / व्यावहारिक / प्रोजेक्ट असाइनमेंट में प्रदर्शन के आधार पर घोषित किए जा सकते हैं. इन छात्रों के पास बाद में परीक्षा में उपस्थित होने का विकल्प हो सकता है.
3.10वीं और 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए जो 3 से अधिक विषयों में सम्मिलित हुए हैं, उन्हें बाकी विषयों में औसत अंकों के आधार पर मार्क दिए जाने की सुविधा हो सकती है. उदाहरण के लिए एक छात्र अंग्रेजी, गणित, लेखा और अर्थशास्त्र के लिए आया था और व्यावसायिक अध्ययन पत्र लंबित था. अब, छात्र ने स्कोर किया (100 में से), अंग्रेजी में 75, मैथ्स में 45, अकाउंटेंसी में 85 और अर्थशास्त्र में 90.सीबीएसई उस छात्र के अंग्रेजी, अकाउंटेंसी और अर्थशास्त्र के औसत अंको को बिजनेस स्टडीज में दिया जाएगा.
Posted By : Avinish Kumar Mishra