नयी दिल्ली : सीबीएसई के नये मार्किंग पैट्रन को लेकर बोर्ड परीक्षार्थियों और अभिभावकों के बीच कंफ्यूजन का विषय बन गया है. सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई द्वारा पुराने रिजल्ट के आधर पर मार्किंग करने की बात पर सवाल खड़े होना शुरू हो गए हैं. हालांकि सीबीएसई ने अभी तक इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार बोर्ड द्वारा पिछले तीन एग्जाम के रिजल्ट को आधार बनाकर मूल्यांकन करने की बात पर विवाद हो गया है. छात्रों और अभिभावकों का कहना कि बोर्ड का रिजल्ट इस आधार पर कैसे किया जा सकता है? इस आधार पर तो छात्रों के साथ अन्याय होगा. उनके दो साल के मेहनत पर पानी फिर जाएगा. वहीं छात्रों ने सीबीएसई के इस फैसले के खिलाफ change.in पर ऑनलाइन याचिका शुरू की है.
दिल्ली पैरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने अखबार से बातचीत करते हुए कहा कि कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव के बीच एग्जाम कैंसिल करना राहत की बात है, लेकिन बच्चे अब रिजल्ट और स्कोर को लेक्चरर चिंतित हैं कि आगे क्या होगा?
इंजिनियरिंग की तैयारी कर रहे और 12वीं के छात्र नमन माहेश्वरी कहते हैं कि कई छात्र स्कूल के एग्जाम में अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाते हैं, लेकिन बोर्ड एग्जाम में वे अच्छा करते हैं. तकरीबन 10-15 अंक ज्यादा लाते हैं. इस तरह के पैटर्न से उनके साथ गलत होगा.
दिल्ली के यमुना विहार के विक्टोरिया पब्लिक स्कूल में 12वीं के छात्र अर्श मल्लिक कहते हैं, कल के फैसले से बहुत सारे कन्फ्यूजन पैदा हो गया है. हम शिक्षकों से इसपर सलाह लें रहे हैं. मैं आंतरिक मूल्यांकन का विकल्प चुनना पसंद करूंगा क्योंकि कोरोनावायरस कब खत्म हो जाएगा इसको लेकर कोई सुनिश्चितता नहीं है.
हलफनामा दायर करेगी सीबीएसई– सीबीएसई आज सुप्रीम कोर्ट में मार्किंग पैटर्न को लेकर हलफनामा दायर करेगी. अपने हलफनामे में सीबीएसई मूल्यांकन के पैट्रन और बोर्ड एग्जाम को लेकर अपनी नीति अदालत को बताएगी. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने कल सीबीएसई को इसको लेकर आदेश दिया था.
गौरतलब है कि सीबीएसई ने आागामी एक जुलाई को होने वाला बोर्ड एग्जाम को रद्द कर दिया है. सीबीएसई ने अदालत को बताया कि बोर्ड के 12वीं कक्षा के छात्रों के पास बाद में परीक्षा देने या फिर पिछली तीन आंतरिक परीक्षाओं में प्रदर्शन के आधार पर मूल्यांकन का रास्ता चुनने का विकल्प उपलब्ध रहेगा. परंतु 10वीं कक्षा के छात्रों के लिये पुन:परीक्षा का विकल्प नहीं होगा. आईसीएसई बोर्ड के 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के पास दुबारा परीक्षा का विकल्प उपलब्ध नहीं होगा.
Posted By : Avinish Kumar Mishra