Hindustan Unilever (HUL), Racism, fair and lovely, whiteness cream, new name, renamed, funny quotes jokes shayari : भारत की सबसे बड़ी पैकेज्ड कंज्यूमर गुड्स कंपनी, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (Hindustan Unilever Limited) ने अपने स्किन व्हाइटनिंग क्रीम (Skin Whitening Cream) ‘फेयर एंड लवली’ (Fair & Lovely) से ‘फेयर’ (Fair) हटाने का फैसला कर लिया है. दरअसल, चार दशक पुराने इस स्किन केयर ब्रांड पर नस्ली मानसिकता (Racism) का आरोप लग रहा था. गौरतलब है कि दुनिया भर में अश्वेतों के प्रति भेदभाव रोकने की मुहिम चल रही है. ऐसे में गोरे रंग को बढ़ावा देने का दावा करने वाली कंपनी को भी काफी ट्रोल होना पड़ रहा था.
अपने इसी छवी को सुधारने के लिए कंपनी ने अपने सारे ब्रैंड की पैकेंजिंग से फेयर ही नहीं बल्कि व्हाइटनिंग (Whitening) और लाइटनिंग (Lightening) जैसे शब्द भी हटाने वाली है. अब अपने विज्ञापनों और पैकेजिंग में हर रंग की महिलाओं के साथ उतरने की तैयारी है.
आपको बता दें कि यूनिलिवर के प्रोडक्टस भारत ही नहीं बल्कि बांग्लादेश, इंडोनेशिया, थाईलैंड, पाकिस्तान समेत एशिया भर के कई देशों में बिकती है. भारत में बिकने वाले सभी फेस केयर प्रोडक्ट में 40 प्रतिशत फेयर एंड लवली (Fair & Lovely) की है.
We’re committed to a skin care portfolio that's inclusive of all skin tones, celebrating the diversity of beauty. That’s why we’re removing the words ‘fairness’, ‘whitening’ & ‘lightening’ from products, and changing the Fair & Lovely brand name.https://t.co/W3tHn6dHqE
— Unilever #StaySafe (@Unilever) June 25, 2020
हालांकि, एचयूएल (HUL) द्वारा उठाए गए इस कदम को लेकर सोशल मीडिया (Social Media) में विभिन्न तरह के मीम्स, स्टेटस, फोटो, एडिटेड वीडियो आदि शेयर व वायरल किए जा रहे है. आइये जानते हैं..
@Unilever can you just stop with these fucking fairness creams? Your product “Fair & lovely” is an absolute scam, why do you need to make young girls feel insecure about their skin color. What is not beautiful about dark skin?? #fuckfairnesscreams pic.twitter.com/Zp9aSadCTi
— perneet modi (@perneetmodi1) June 24, 2020
प्रणीत मोदी ने एचयूएल को कहा, आपका उत्पाद “फेयर एंड लवली” एक बड़ा घोटाला से कम नहीं है. जो आज तक युवा लड़कियों को वेबकूफ बना कर पैसे वसूलते आयी है. क्या गहरी त्वचा के लोग सुंदर नहीं होते?
सागर ने कहा, नस्लवाद से लड़ रहे एचयूएल ने फेयर एंड लवली से “फेयर” तो हटाने का फैसला कर लिया लेकिन अपने उत्पाद को बेचना नहीं बंद किया.
HUL fighting racism by dropping "Fair" from Fair & Lovely but continuing to sell the product. pic.twitter.com/uZ4Md2xwPu
— Sagar (@sagarcasm) June 25, 2020
Changing the brand name doesn’t mean anything if the product is intended to lighten your skin tone. It’s like presenting the same old wine in a new bottle.
— M. (@notsoweird_) June 25, 2020
एम नाम के ट्वीटर यूजर ने कहा है कि ब्रांड नाम बदलने से कोई फर्क नहीं पड़ता. नस्लीय सोच को दर्शाने वाले इस प्रोडक्ट को पूरी तरह बंद करना चाहिए, क्योंकि कंपनी की यह तरकीब पुरानी शराब को नई बोतल में पेश करने जैसा है.
All Fairness Cream Companies after Fair & Lovely pic.twitter.com/C63cuGAZ5I
— alpha dude zone (@alphadudezone) June 25, 2020
अल्फा ड्यूड ने ट्विट किया है कि फेयर एंड लवली के फेयर नाम को हटाने की घोषणा के बाद अन्य कंपनियां भी इसी तर्ज पर कार्य कर रही होगी. अन्य स्कीन व्हाइटनिंग और लाइटनिंग कंपनियां अब गहरी रंग के मॉडल को भी मौका देंगे.
फातिमा भूट्टो ने कहा कि अभी भी दक्षिण एशिया में स्किन लाइटनिंग क्रीम बेची जा रही है. तो क्या इसे अब केवल “लवली” के नाम से बेची जाएगी?
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