जहानाबाद : अगर आप फेसबुक पर आइडी बनाये हुए हैं तो रहें सावधान! क्योंकि पिछले कुछ दिनों से फेसबुक आइडी हैक कर या नकली आइडी बनाकर करीबियों से रुपये मांगने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. हैकर आइडी को हैक कर लेते हैं व मैसेंजर के माध्यम से किसी इमरजेंसी का बहाना बनाकर छोटी रकमों की डिमांड करते हैं. छोटी रकम इसलिए कि लोग देने से पहले ज्यादा सोच-विचार नहीं करे. हैकर गूगल पे/ फोन पे या अन्य ऑनलाइन पेमेंट एप के द्वारा मोबाइल नंबर के माध्यम से शीघ्र पैसा ट्रांसफर करने को कहते हैं. वहीं साथ में यह भी वादा करते हैं कि कुछ ही घंटों या एक-दो दिनों में पैसा लौटा देंगे. जिले में इस तरह के कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं और कुछ लोग ठगी के शिकार भी हो चुके हैं.
करीबियों को भेजी जाती है फ्रेंड रिक्वेस्ट
फेसबुक आइडी के माध्यम से ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य काफी शातिर होते हैं और ये किसी आइडी को कई दिनों से जांचने-परखने के बाद ठगी का काम प्रारंभ करते हैं. पहले तो आइडी हैक करने की कोशिश की जाती है और जब आइडी हैक नहीं हो पाती तो उसी नाम और फोटो से दूसरी फेसबुक आइडी बना ली जाती है व पहली ऑरिजनल आइडी के फ्रेंडलिस्ट में शामिल लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती है. लोग फोटो और नाम देखकर फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लेते हैं. उसके कुछ दिनों बाद उसी आइडी से एक साथ 10-15 लोगों को छोटी-छोटी रकमों की मदद का मैसेज जाता है. कोई बीमारी या दुर्घटना का बहाना बनाकर रुपयों की तुरंत जरूरत की बात कही जाती है.
प्रतिष्ठित लोगों की आइडी से मांगे जाते हैं पैसे
ठगी के ऐसे ही मामले में पिछले दिनों शहर के होमियोपैथिक डॉ अमरेंद्र कुमार की आइडी हैक कर कई करीबियों से पैसे मांगे गये. ऐसे ही उनके एक मित्र सिट्टू राजपूत ने बताया कि डॉ अमरेंद्र की आइडी से पहले तो मैसेंजर पर हालचाल पूछा गया. फिर हैकर ने पूछा कि फोन पे, पेटीएम या गूगल पे यूज करते हो या नहीं. और जब उसको बताया कि गूगल पे यूज करे हैं तो 10 हजार रुपये की डिमांड की गयी. तब तक उक्त मित्र को समझ में आ गया था कि यह कोई ठग है जो ठगी करना चाहता है. ऐसे में मजाकिया लहजे में सिट्टू ने ठग को कहा कि वे छोटी-मोटी रकम का ट्रांसफर नहीं करेंगे जिसके बाद ठग ने उन्हें ब्लॉक कर दिया. ऐसा ही एक वाक्या प्रभात खबर के संवाददाता रमेश कुमार के साथ घटित हुई जब उनके नाम की फेक आइडी बनाकर मित्र और रिश्तेदारों से पैसे की मांग की गयी. ठग ने मोबाइल नंबर देकर दोस्तों को बेटे की बीमारी का बहाना बना पैसे ट्रांसफर करने को कहा. जब मित्रों ने उक्त संवाददाता को फोन किया तब ठगी के इस मामले की जानकारी हुई. संवाददाता द्वारा मखदुमपुर थाने में इस संबंध में कार्रवाई की मांग करते हुए एक आवेदन भी दिया गया है.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
फेसबुक पर ठगी के कई मामले सामने आ रहे हैं. अधिकतर मामलों में थोड़ी सी सावधानी बरत कर बचा जा सकता है. किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करें. वहीं अपने कंप्यूटर और मोबाइल में अच्छे एंटीवायरस का उपयोग करें. हमेशा स्ट्रांग पासवर्ड का प्रयोग करें. फेसबुक पर किसी भी अनजान का फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करें क्योंकि अधिकतर मामलों में हैकर पहले फ्रेंडलिस्ट में शामिल होता है तब उसके बाद आसानी से यूजर के पासवर्ड को रिसेट कर सकता है. अपना ई-मेल एड्रेस जन्मदिन आदि जानकारी सीमित रखें व सिक्यूरिटी से जुड़े सवालों को कठिन रखें ताकि कोई उसे तोड़ न सके.
मनीष, एसपी, जहानाबाद