मुंगेर: सदर अस्पताल के एक हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक का फेसबुक एकाउंट सोमवार की रात साइबर ठगों द्वारा हैक कर लिया गया. जिसके बाद साइबर ठगों ने चिकित्सक के फेसबुक फ्रेंड लिस्ट में जुड़े कई लोगों को मैसेंजर द्वारा मैसेज कर 15 से 20 हजार रुपये देने को कहा गया. जिसमें सदर अस्पताल के ही एक चिकित्सक ठगी के शिकार हो गये और उन्होंने मैसेज में साइबर ठगों द्वारा दिये गये गूगल पे खाते में 15 हजार रुपये डाल दिया. सुबह जब दोनों चिकित्सकों को मामले की जानकारी लगी तो दोनों चिकित्सकों ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है.
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बताया जाता है कि सदर अस्पताल में कार्यरत हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ आरके गुप्ता का फेसबुक एकाउंट रविंद्र कुमार गुप्ता के नाम से बनाया गया था. जिसे चिकित्सक द्वारा पिछले एक माह से चलाया भी नहीं जा रहा था. इसी क्रम में सोमवार की रात साइबर ठगों ने डॉ आरके गुप्ता का फेसबुक एकाउंट हैक कर लिया. जिसमें ठगों ने उनके फेसबुक फैंड लिस्ट में जुड़े कई लोगों को मैसेंजर के माध्यम से मैसेज कर 15 से 20 हजार रुपये देने को कहा. जिसमें ठगों द्वारा डॉक्टर के बंगलौर में रहने वाले पुत्र रोहित कुमार की पत्नी, शहर के राजद नेता मो. जुनैद और सदर अस्पताल के ही एक चिकित्सक डॉ रौशन को मैसेज किया.
इधर रात को डॉ आरके गुप्ता द्वारा मैसेज कर पैसे मांगने को लेकर राजद नेता और चिकित्सक द्वारा डॉ आरके गुप्ता को फोन भी किया गया. लेकिन देर रात होने के कारण चिकित्सक सो रहे थे. जिसके कारण उनसे बात नहीं हो पायी. वहीं डॉ रौशन ने 8059816133 मोबाइल नंबर से बने गूगल पे खाते में 15 हजार रुपये भेज दिया. जिसकी जानकारी डॉ आरके गुप्ता को सुबह लगी. जब डॉ आरके गुप्ता को उनके पुत्र रोहित कुमार और दानापुर में रहने वाले पुत्र राहुल कुमार ने फोन कर इसकी जानकारी दी.
डॉ आरके गुप्ता ने बताया कि दोनों पुत्रों और राजद नेता से इसकी जानकारी मिलने के बाद डॉ रौशन ने सुबह उन्हें फोन कर पैसे भेजने की जानकारी दी. जिसके बाद उन्होंने डॉ रौशन को बताया कि उनका पुराना फोन एक माह पहले ही खराब हो गया था. जिसके बाद उन्होंने नया फोन लिया था. जिसके कारण वे एक माह से फेसबुक को चला भी नहीं रहे हैं. डॉ आरके गुप्ता ने बताया कि जब गूगल पे खाते के मोबाइल नंबर का उनके पुत्रों ने जांच की, तो पता चला कि वह गूगल पे खाता किसी इश्वरी यादव के नाम पर है. जिसके बाद दोनों चिकित्सकों द्वारा कासिम बाजार थाने में अलग-अलग आवेदन देकर मामला दर्ज कराया गया. वहीं पुलिस द्वारा मामले की छानबीन की जा रही है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya