India-China Standoff: क्या भारत और चीन के बीच एलएसी (LAC) पर तनाव कम हो गया है ? जानकारी के अनुसार चीन और भारत पूर्वी लद्दाख (Ladakh standoff) इलाके से पीछे हटने को तैयार हो गये हैं. पीटीआई ने अपने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि भारतीय और चीनी सेना के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की वार्ता के दौरान पूर्वी लद्दाख में टकराव से पीछे हटने पर सहमति बनी है. लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की वार्ता में पूर्वी लद्दाख में टकराव से पीछे हटने के तौर तरीकों पर चर्चा की गई है.
पूर्वी लद्दाख में भारतीय सैनिकों के साथ हिंसक झड़प के करीब एक सप्ताह बाद चीन की सेना ने कबूल किया कि उसका कमांडिंग ऑफिसर इस दौरान मारा गया था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन की सेना ने यह बात दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की बातचीत के दौरान स्वीकार की. दरअसल, गलवान घाटी में पिछले दिनों हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गये थे. चीन के 43 सैनिकों के हताहत होने की खबर आयी थी. हालांकि, चीन ने एक सप्ताह तक इस बारे में कोई सूचना साझा नहीं की. इसके बाद से ही सीमा पर तनाव है. इस बीच चीन की हर चाल को नाकाम करने के लिए एलएसी पर माउंटेन जवानों का दस्ता तैनात किया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 15 जून की शाम जब कर्नल संतोष बाबू के साथ 35-40 जवान गलवान घाटी में पेट्रोलिंग प्वाइंट-14 पर पहुंचे,तो देखा कि चीन के सैनिकों का एक टेंट वहां पर है. चीन की यह हरकत वादे के खिलाफ थी. जब जवानों ने टेंट हटाने को कहा तो चीन के सैनिकों ने झड़प शुरू कर दी. फिर दोनों देशों के जवानों के बीच हाथापाई के साथ पत्थरबाजी भी हुई. इसमें भारतीय जवान चीन पर भारी पड़े.
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तनाव कम करने के उद्देश्य से सोमवार को मॉल्डो में भारत व चीन की सेनाओं के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की दूसरे दौर की वार्ता शुरू हुई. इस दौरान दोनों पक्षों द्वारा छह जून को लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की पहले दौर की बातचीत में बनी सहमति को लागू करने समेत तमाम उपायों पर चर्चा की गयी. गलवान घाटी से लेकर फिंगर फोर तक पर बात हुई. चीन की सेना ने इस बैठक का खुद निवेदन किया था.
Posted By : Amitabh Kumar