पटना : अनिसाबाद पीएनबी की शाखा में हथियारों से लैस लुटेरे दोपहर 3.25 बजे प्रवेश कर गये. सबसे पहले उन्होंने बैंक के मुख्यद्वार पर अंदर से ताला जड़ दिया. इसके बाद मैनेजर रवींद्र पंडित व कर्मचारी को बंधक बनाकर लूटपाट शुरू की. कुछ लुटेरों ने पीठू बैग में रुपये ठूंस-ठूंस कर भर लिये. कुछ ने शर्ट में गड्डी भरना शुरू कर दिया. कुल 52 लाख, 38,500 रुपये लूटने में लुटेरों को मात्र 20 मिनट का वक्त लगा. इसके बाद करीब 3:45 बजे लुटेरे बैंक से बाहर निकल गये. लूटे हुए रुपये में करीब 4600 नीतीश कुमार नाम के एक ग्राहक का था, जो सब्जी कारोबारी हैं और घटना के समय पैसे जमा करने बैंक पहुंचा था. बैंक के बगल में लगे सीसीटीवी कैमरे में 4 लोग दिखाई पड़े हैं.
मैनेजर से कहा कहां हैं रुपये, जल्दी निकालो : लुटेरों ने बैंक के अंदर घुसते ही दोनों गार्ड को धक्का देकर नीचे गिरा दिया और मेन गेट का शटर बंद कर दिया. 4 लुटेरे बैंक के मैनेजर व कैश काउंटर के पास पहुंचे. मैनेजर रवींद्र पंडित से पूछा, रुपया कहां रखा है, जल्दी से निकालो. मैनेजर ने कहा कि चाबी नहीं है. इसके बाद लुटेरों ने उसके सिर पर पिस्टल से वार कर दिया. डरे मैनेजर ने तिजोरी की चाबी निकाली और लुटेरों के साथ जाकर ताला खोल दिया. जिसके बाद तिजोरी से दो लुटेरे बैग व शर्ट में रुपया भरने लगे. तीन लुटेरे कैश काउंटर से रुपया उठाने लगे.
हथियारों से लैस करीब 12 की संख्या में रहे लुटेरों की उम्र 30 से 40 वर्ष थी. वे ये भी नहीं चाहते थे कि लूट की घटना बाहर तक पहुंचे. उन्हें डर था कि कोई ग्राहक हल्ला न कर दे. इसको लेकर उन्होंने पूरे बैंक को अपने कब्जे में ले लिया और ग्राहक को धमकाया. इसके बाद संतुष्टि नहीं होने पर पिस्टल को हवा में लहराया. इसके बाद सभी डर गये. जो व्यक्ति जहां रहा, वहीं पर बैठ गया. पुलिस वैशाली जिले में हुई एक्सिस बैंक डकैती से कनेक्शन को जोड़ कर देख रही है.
पंजाब नेशनल बैंक की यह शाखा हरनीचक मोड़ पर अनिसाबाद मेन रोड पर है. बावजूद सिर्फ दो बुजुर्ग सुरक्षा गार्ड के ही भरोसे चल रही थी. बैंक फस्ट फ्लोर पर है, बैंक के ऊपरी तल्ले पर आधा-अधूरा निर्माण कराया गया है. पुलिस की मानें, तो अंदर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. लेकिन, बाहर कैमरा नहीं है, जो सुरक्षा की दृष्टि से भी कतई ठीक नहीं था. बताया गया कि हर महीने करोड़ों का ट्रांजेक्शन पीएनबी के माध्यम से होता है. बैंक की सुरक्षा गश्ती करने वाले बेऊर थाने के सिपाही पर ही निर्भर थी. ऐसे में पुलिस के साथ-साथ बैंक की भी लापरवाही सामने आ रही है.