नयी दिल्ली : लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच पिछले दिनों हुए हिंसक झड़प में चीन का भी एक सैन्य ऑफिसर मारा गया था. दोनों देशों के बीच जारी तनाव के को कम करने के लिए दोनों देशों के बीच लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की बातचीत में चीन ने यह बात मानी है. चीन ने कहा है कि हिंसक झड़प में उसने भी अपना एक सैन्य ऑफिसर (कमांडिंग ऑफिसर) खोया है. बता दें कि गलवान घाटी की घटना को लेकर भारत में उबाल है.
इस तनाव को कम करने के लिए दोनों देश कूटनीतिक प्रयास में लगे हुए हैं. हालांकि, चीन ने अपने मारे गये सैनिकों की संख्या नहीं बतायी. चीन का मानना है कि मारे गये सैनिकों की संख्या बताने से तनाव और भी बढ़ सकता है. पिछले दिनों इसी मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हमारी सीमा में कोई नहीं घुसा है और हमारी कोई भी चौकी चीन के कब्जे में नहीं है.
भारत की ओर से दावा किया गया है कि इस झड़प में चीन के लगभग 40 सैनिक मारे गये हैं. केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय सेना के पूर्व प्रमुख, जनरल (अवकाशप्राप्त) वी के सिंह ने भी कहा था कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में 40 से अधिक चीनी सैनिक भी मारे गये हैं. सिंह ने एक समाचार चैनल से कहा, ‘अगर हमने 20 सैनिक गंवाए हैं तो उनकी (चीन की) तरफ भी दोगुने से ज्यादा लोग मारे गये हैं.’
सोमवार को एक प्रेस कॉन्फेंस में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि, ‘चीन और भारत कूटनीतिक एवं सैन्य माध्यमों के जरिए स्थिति को सुलझाने के लिए एक-दूसरे के संपर्क में हैं.’ सिंह की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘मेरे पास इस बारे में देने के लिए कोई सूचना नहीं है.’ गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 15 जून को हुई हिंसक झड़प के बाद से, बीजिंग अपनी सेना को हुए नुकसान का ब्योरा देने से लगातार इनकार करता रहा है.
इस बीच, नयी दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच तनाव को कम करने के तरीकों पर चर्चा के लिए सोमवार को भारत और चीन के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की वार्ता का एक और दौर चला. उच्चस्तरीय वार्ता गलवान घाटी में दोनों देश के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के एक हफ्ते बाद हो रही है.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.