नयी दिल्ली : भारत और चीन के बीच जारी तनाव पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने बयान जारी किया है. सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री को अपने बयानों से चीन के षड्यंत्रकारी रुख को ताकत नहीं देनी चाहिए. उन्हें अपने बयानों में संयमता बरतनी चाहिए.
मनमोहन सिंह ने पत्र जारी कर कहा है कि वर्तमान में दोनों देश के बीच स्थिति ठीक नहीं है और हम आज इतिहासस के नाजुक मोड़ पर खड़े हैं. ऐसे स्थिति में प्रधानमंत्री को अपने शब्दों और घोषणाओं द्वारा देश की सुरक्षा एवं सामरिक हितों पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति सदैव बेहद सावधान होना चाहिए.
पूर्व पीएम ने केंद्र सरकार के कूटनीतिक के नीतियों पर निशाना साधते हुए कहा कि भ्रामक प्रचार कभी भी कूटनीति तथा मजबूत नेतृत्व का विकल्प नहीं हो सकता. इसलिए सरकार के इससे बचनाी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि पिछ्छ्लगू सहयोगियों द्वारा प्रचारित झूठ के आडंबर से सच्चाई को नहीं दबाया जा सकता है.
शहीद को दी श्रद्धांजलि- पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने पत्र में शहीद हुए सेना के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित किया. पूर्व पीएम ने लिखा कि 15-16 जून, 2020 को गलवान घाटी में भारत के 20 बहादुर जवानों ने वीरता के साथ अपना कर्तव्य निभाते हुए देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए. इस सर्वोच्च बलिदान के लिए हम इन साहसी सैनिकों एवं उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञ हैं. लेकिन उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए.
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पीएम के बयान पर निशाना- मनमोहन सिंह ने यह पत्र पीएम मोदी के उस बयान के बाद जारी किया है, जिसमें चीन को लेकर उन्होंने टिप्पणी की थी. सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा था कि भारत का न तो कोई जमीन का टुकड़ा किसी के पास है और न ही कोई सीमा पर घुसपैठ किया है. हालांकि पीए के इस बयान के अगले दिन ही पीएमओ की तरफ से सफाई आई थी, जिसमें कहा गया था कि पीएम के बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra