झारखंड में कोरोना संक्रमिताें के ठीक होने की दर देश की तुलना में 14.5 फीसदी ज्यादा है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार रात नौ बजे जारी बुलेटिन की मानें, तो देश में कोरोना का रिकवरी रेट 52.80 प्रतिशत है, जबकि झारखंड में 67.30 फीसदी है
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रांची के डेढ़ लाख लोगों को पानी देने वाला हटिया डैम सूखने के कगार पर है. 37 फीट पानी की क्षमता वाले डैम में केवल चार फीट से थोड़ा अधिक पानी बचा है. दो महीने से अधिक समय से पानी की राशनिंग हो रही है
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झारखंड में मॉनसून सक्रिय है और लगभग पूरे राज्य में अच्छी बारिश हो रही है. इससे पलामू प्रमंडल के तीन जिलों गढ़वा, पलामू और लातेहार के किसान सबसे ज्यादा खुश हैं. दरअसल, पलामू प्रमंडल के जिलों में जून में आमतौर पर सूखा पड़ जाता है. जबकि, इस बार एक से 20 जून के बीच उम्मीद से ज्यादा बारिश हो चुकी है. हालांकि, लगातार बारिश से लतरवाली सब्जियों को नुकसान हो रहा है, लेकिन धान की खेती के लिए यह अनुकूल समय है.
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बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) ने मौसम विभाग के साथ मिलकर एक ऐप विकसित किया है. ‘बिरसा वेदर फोरकास्ट एेप’ के नाम से विकसित यह मोबाइल एप्लिकेशन पंचायत स्तर तक मौसम पूर्वानुमान की जानकारी देगा. राज्य की करीब 4400 पंचायतों को यह कवर करेगा. इसे प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. इसके अलावा यह बीएयू की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है.
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झारखंड सरकार राज्य के शहरों में अकुशल कामगारों को रोजगार देने के लिए नयी योजना शुरू करने जा रही है. योजना का नाम मुख्यमंत्री शहरी रोजगार मंजूरी फॉर कामगार (श्रमिक) योजना रखा गया है. इसके तहत झारखंड के शहरों में निवास करनेवाले 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के अकुशल श्रमिकों को एक साल में 100 दिनों के रोजगार की गारंटी दी जायेगी. काम मांगनेवाले काे 15 दिनों में काम दिया जायेगा.
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posted by : Pritish Sahay