साहिबगंज : उपायुक्त (Deputy Commissioner) वरुण रंजन ने जिला प्रशासन की ओर से छत्तीसगढ़ नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए मुन्ना यादव एवं लद्दाख में शहीद हुए कुंदन ओझा के परिवार को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि का चेक प्रदान किया. इस दौरान डीसी ने शहीद के परिजनों से कहा कि पूरे जिले को उनके वीरों पर नाज है. जिला प्रशासन एवं जिलेवासियों की संवेदनाएं शहीदों से जुड़ी हुई हैं.
उपायुक्त वरुण रंजन शहीद मुन्ना यादव के महादेवगंज स्थित पैतृक आवास एवं डिहरी गांव में कुंदन ओझा के पैतृक आवास पर उनके परिजनों से मिलने पहुंचे तथा दोनों शहीदों की पत्नी जिला प्रशासन की ओर से एक-एक लाख रुपये का को चेक दिया.
डीसी ने कहा कि अपनी जान की परवाह किये बिना देश के लिए कुर्बान होने वाले दोनों सपूतों का पूरा देश हमेशा ऋणी रहेगा. साहिबगंज के दोनों वीरों के परिवार की मदद के लिए जिला प्रशासन हमेशा तैयार है. पूरा जिला उनकी शहादत को सलाम करता है.
इस दौरान उप विकास आयुक्त मनोहर मरांडी, राजमहल विधायक अनंत ओझा,अनुमंडल पदाधिकारी पंकज साव, बीडीओ प्रतिमा कुमारी, एनडीसी जय कुमार राम, जनसंपर्क पदाधिकारी विकास हेम्ब्रम आदि उपस्थित थे.
मालूम हो कि पिछले दिनों लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में कुंदन कुमार ओझा शहीद हो गये थे. शहीद का पार्थिव शरीर साहिबगंज पहुंचने पर पूरा जिला शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ पड़ा था. साहेबगंज के मुनिलाल श्मशान घाट पर शहीद का अंतिम संस्कार हुआ था. इससे पहले सेना के जवानों ने उन्हें सलामी दी थी.
वहीं, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के जवान मुन्ना यादव शहीद हो गये थे. शहीद जवान साहिबगंज जिले के महादेवगंज के रहने वाले थे. वर्ष 2009 में शहीद मुन्ना यादव की बहाली सीआरपीएफ के 170 बटालियन में हुई थी. पहली पोस्टिंग वारंगल में हुई थी.
Posted By : Samir ranjan.