हमारी नई पीढ़ी आज अपने करियर के प्रति काफी जागरूक है. जागरूकता के साथ साथ युवा काफी मेहनत भी कर रहे हैं. उनकी मेहनत रंग लाये और करियर को एक अच्छी दिशा मिले उसके लिये यह अत्यंत आवश्यक है कि युवा अपने भीतर छिपे हुए योग्यता का आकलन स्वयं करें. बस इसके लिए जरूरत है कि वे कुछ बातों की ध्यान में रख कर आने वाली भविष्य की नीव को मजबूती प्रदान करें. पढ़े गुड़िया झा की रिपोर्ट
1) अपनी क्षमता को पहचानें
कई बार ऐसा होता है कि भागदौड़ भरे जीवन में और जल्दी आगे निकलने की होड़ में युवा दूसरे को देखकर ये मन बना लेते है कि उन्हें भी दूसरे के जैसे ही अपनी पहचान बनानी है. ऐसी स्थिति में उन्हें अपनी योग्यता और क्षमता का आकलन करने के अवसर नहीं मिल पाते हैं। जबकि ये सबसे ज्यादा जरूरी है कि वे अपनी योग्यता और क्षमता को पहचाने और उसके बाद कदम आगे बढायें.
करियर के क्षेत्र में हमारे देश में अपार संभावनाएं हैं. उन्हें जिस विषय में रूचि हो, वे उसी में मजबूत पकड़ बनाकर आगे बढ़ें.
जहां तक प्रतियोगिता परीक्षा की बात है, तो इसके लिए सही जानकारी एकत्रित कर उसी के आधार पर अपनी तैयारी शुरू करें. इसमें आयु सीमा भी निर्धारित रहती है। इसके लिए बेबसाइट पर जाकर फॉर्म भरने की तिथि, आयु सीमा आदि के बारे में सही जानकारी प्राप्त की जा सकती है. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए धैर्य और लगन अत्यंत आवश्यक है. साथ ही लागातार प्रयासरत रहने की आवश्यकता है.
2) योजनाबद्ध तरीके से तैयारी करें
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए योजना के अनुसार अच्छे लेखक की पुस्तकें पढ़ना और उसका हमेशा अभ्यास करने की आवश्यकता होती है. पुस्तकों की सही जानकारी के लिए किसी अच्छे करियर विशेषज्ञ से जानकारी प्राप्त कर पुस्तकों का अध्ययन करें. हिंदी, अंग्रेजी, गणित और सामान्य ज्ञान पर अपनी मजबूत पकड़ बनायें. सभी विषयों की प्रैक्टिस बहुत जरूरी है क्योंकि सवालों को हल करने के लिए परीक्षा में एक निश्चित समय सीमा निर्धारित की जाती है.
सामान्य ज्ञान पर मजबूत पकड़ बनाने के लिए पुस्तकों के अलावा समाचार पत्रों का भी लगातार अध्ययन आवश्यक है. जिससे देश के कोने कोने में होने वाली कार्यों की रूपरेखा से युवा अपने नॉलेज को और भी मजबूत कर सकते हैं.
3) समय का सही उपयोग
सभी विषयों पर अच्छी पकड़ बनी रहे इसके लिए समय का सही उपयोग अति आवश्यक है. सभी विषयों की तैयारी के लिए अच्छा है कि एक निश्चित समय सारणी बना ली जाये। फिर एक एक कर सभी विषयों की तैयारी कर उसका रिवीजन करते रहें. सफलता हमेशा आपके कदम चूमेगी.
एकाग्रता बनाकर अपने लक्ष्य को पाने के लिए पढ़ें हुये विषयों को एक कॉपी पर लिखते रहें। इससे भूलने की गुंजाइश कम रहती है साथ ही एक समय सीमा के अंदर जवाब देने का अभ्यास भी बना रहेगा.