हजारीबाग : जिले के 5131 किसानों के लगभग 78 करोड़ रुपये राज्य सरकार की तिजोरी में बंद हैं. यह राशि किसानों द्वारा वर्ष 2019-2020 में पैक्स में बेचे गये धान की है. कोरोना संकट और लाॅकडाउन से परेशान किसानों के सामने अब बीज खरीदने में परेशानी हो रही है. क्योंकि, उनके पास बीज खरीदने के लिए पैसे नहीं है. इधर, खेती के लिए योग्य नक्षत्र रोहिणी निकला जा रहा है. किसानों की समझ में नहीं आ रहा कि क्या करें? वर्ष 2019-20 में सरकार ने किसानों का धान 2000 प्रतिदिन क्विंटल समर्थन मूल्य पर पैक्स के माध्यम से खरीदा था.
इसके तहत जिले में छह लाख, 96 हजार 434.23 क्विंटल किसानों ने पैक्स के माध्यम से धान बेचा था. इसका मूल्य 139 करोड़, 28 लाख रुपये है. सरकार की तरफ से अब तक किसानों को 61 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ है. 40 पैक्सों से जुड़े 9223 किसानों ने धान की बिक्री की. इनमें से मात्र 4092 किसानों को ही धान की राशि का भुगतान हो सका है.
5131 किसानों को धान का दाम अब तक नहीं मिला है. दारू प्रखंड के चिरूआ के किसान अशोक कुमार ने बताया कि मेरू पैक्स में छह माह पहले 50 हजार रुपये का धान बेचा था. इस तरह की शिकायत चौरिया के किसान राजेश कुमार सिंह ने की. कहा कि धान का 25,500 रुपये बकाया अब तक नहीं मिला है.
किसानों से खरीदे गये धान के सभी कागजात जिला आपूर्ति कार्यालय में जमा कर दिये गये हैं. पैसा मिलते ही किसानों को भुगतान किया जायेगा. किसान पैसे के लिए घर तक पहुंच जाते हैं. उन्हें जल्द पैसे मिलने का आश्वासन देकर लौटा रहा हूं.
– विनोद कुमार, अध्यक्ष, हरहद पैक्स
समस्या से अवगत हूं. जिले में किसानों की बकाया राशि का भुगतान जल्द ही कर दिया जायेगा. इस मद में अभी पैसे की कमी है.
– अनिल कुमार यादव, जिला आपूर्ति पदाधिकारी
Posted by : Pritish Sahay