जिनेवा : भारत ने संयुक्त मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के 43वें सत्र में पाकिस्तान को एक बार फिर करारा जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रथम सचिव विमर्श आर्यन ने पाकिस्तान की ओर से किये गये अमानवीय हरकतों पर चिंता जाहिर करते हुए मंगलवार को कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अवैध, अनैतिक और अमानवीय क्षेत्रीय महत्वाकांक्षा के प्रसार के लिए इस संवर्धित परिषद की सदस्यता का लगातार दुरुपयोग कर रहा है.’
उन्होंने कहा कि उन्हें अपने यहां के अल्पसंख्यकों और हमारे प्रति अच्छे पड़ोसी की तरह सहिष्णुता का परिचय देना चाहिए, ताकि दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शांति स्थापित किया जा सके. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में इसी चीज की कमी दिखाई देती है.
प्रथम सचिव विमर्श आर्यन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मैं एक बार फिर पाकिस्तान से यही कहना चाहूंगा कि वह वियेना घोषणा और कार्ययोजना को लागू करने के लिए वह अपनी क्षेत्रीय महत्वाकांक्षा को समाप्त करे, जिसके लिए वह तमाम मान अधिकारों का उल्लंघन करता आ रहा है.
इसके पहले भारत ने सोमवार को पाकिस्तान की ओर यूएनएचआरसी में कश्मीर का मुद्दा उठाने पर चिंता जाहिर की थी. सोमवार को पाकिस्तान ने जिनेवा में चल रहे यूएनएचआरसी के 43वें सत्र में कश्मीर का मुद्दा उठाया था. उसके तुरंत बाद भारत के स्थायी प्रतिनिधि सेंथिल कुमार ने इसका करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को किसी पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए. वह किसी को अनचाही सलाह देने से पहले अपने देश में होने वाले मानवाधिकार हनन पर गौर करे.
भारत ने यूनएचआरसी में कहा कि पाकिस्तान मानवाधिकार के इस वैश्विक फोरम और इसकी प्रक्रिया का गलत इस्तेमाल कर रहा है. पाकिस्तान दक्षिण एशिया का इकलौता ऐसा देश है, जहां पर सरकार नरसंहार कराती है. दूसरे देशों पर आरोप लगाना इसकी गुस्ताखी है.
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बता दें कि सोमवार को पाकिस्तान ने भारतीय दूतावास के दो कर्मचारियों को अगवा करवाने के बाद उन पर झूठा मुकदमा दर्ज किया था. पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के दो कर्मी को लेकर सोमवार सुबह खबर आयी कि वे लापता हो गये हैं. खबर सामने आने के बाद भारत ने पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के समक्ष यह मामला उठाया. सरकारी सूत्रों ने बताया कि दो कनिष्ठ कर्मी सुबह एक वाहन पर आधिकारिक ड्यूटी के लिए उच्चायोग जाने के लिए सुबह करीब साढ़े आठ बजे निकले थे, लेकिन वहां पहुंचे नहीं. उसके बाद भारतीय दूतावास ने पाकिस्तान विदेश कार्यालय के समक्ष यह मामला उठाया और नयी दिल्ली को प्राथमिक रिपोर्ट भेजी.
भारत ने सोमवार को पाकिस्तान के प्रभारी राजदूत को समन कर इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के दो अधिकारियों को कथित तौर पर गिरफ्तार किए जाने पर कड़ा विरोध दर्ज कराया था. पाकिस्तान मिशन के प्रभारी को विदेश मंत्रालय ने समन किया और दो भारतीय अधिकारियों की गिरफ्तारी की खबर पर उन्हें आपत्ति पत्र जारी किया गया. भारत की ओर से कड़ी आपत्ति दर्ज कराने और दूतावास कर्मियों को सकुशल वापस करने की चेतावनी दिए जाने के बाद उन्हें वापस भेजा गया.
Posted By : Vishwat Sen