कोलकाता : पश्चिम बंगाल के सात जिलों में खेतों और मधुमक्खी कॉलोनियों के चक्रवात ‘अम्फान’ के कारण नष्ट होने के कारण करीब 18,000 मधुमक्खी पालक बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
पश्चिम बंगाल मधुमक्खी पालन संघ के महासचिव तरुण हलदर ने बताया कि केन्द्र या राज्य सरकार की ओर से कोई आर्थिक मदद नहीं की गई है और उनमें से कई को फिर अपने पैरों पर खड़े होने में दिक्कत आ रही है. हलदर ने कहा, ‘‘ सात जिलों में करीब 18,000 मधुमक्खी पालक हमारे सदस्य हैं, जो कि चक्रवात ‘अम्फान’ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। मधुमक्खी कॉलोनी नष्ट हो गई हैं.
उत्तर-24 परगना,दक्षिण-24 परगना और नादिया के मधुमक्खी पालक सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं. मधुमक्खी पालकों की रोजी रोटी छिन गयी है.” उन्होंने बताया कि प्राथमिक आकलन के अनुसार उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों में 14-14 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.
नादिया में 10 लाख रुपये से अधिक का नुकसान होने की आशंका है। बंगाल हर साल 25,000 एमटी शहद का उत्पादन करता है. चक्रवात ‘अम्फान’ के कारण यहां पिछले महीने करीब 100 लोगों की जान गई थी और भारी तबाही भी मची थी.