सीवान : बिहार के सीवान जिले में हसनपुरा के हुसैनगंज थाना के सहुली पुरैनी उत्तर टोला दलित बस्ती में शनिवार को कास्तकारी जमीन में रास्ता नहीं देने को ले हुए खूनी संघर्ष में 60 वर्षीय वृद्ध गांधी राम की लाठी-डंडा व फरसा से पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी. इस घटना में दो महिला समेत आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. सभी घायलों का इलाज स्थानीय अस्पताल में कराया गया.
घटना के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया. उनकी चीख-चीत्कार से वातावरण में शोक की लहर दौड़ गयी. घायलों में मृतक के पत्नी फूला देवी, पुत्र बुटन राम, संतोष राम, सोनू कुमार, विश्वनाथ राम व सोहिला देवी शामिल है. मृतक के पुत्र बुटन राम के फर्द बयान पर कुल 12 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
पीड़ित ने थाने में दिये आवेदन में कहा है कि 13 जून की सुबह मेरी मां फूला देवी घर के सामने द्वार पर घरेलू कार्य कर रही थी. तभी भूमि विवाद का मुद्दा बनाकर मुंद्रिका राम, शम्भू राम, श्रीराम, पंकज राम, पवन राम, अमित कुमार, अजित कुमार, रजनीश कुमार, सतीश राम, चंद्रपाल राम, उपेंद्र राम व सुनील कुमार ने अपने-अपने हाथों में लाठी, डंडा, तलवार, फरसा, हाकी आदि हथियारों से लैश होकर मेरे दरवाजे पर पहुंचे. वे लोग गाली-गलौज करते हुए मेरी मां को मारने लगे. यह देख मेरे पिता बीच-बचाव करने पहुंचे तो उन्हें भी मारना-पिटना शुरू कर दिया.
आवेदन में आगे बताया गया कि हो-हंगामा सुन कर मैं अपने पिता को बचाने पहुंचा तो सभी मुझे भी घेर कर मारपीट की और हम सभी को गंभीर रूप से घायल कर दिया. ग्रामीणों के बीच-बचाव के कारण हम सभी की जान बच गयी. इस मारपीट में गंभीर रूप से घायल मेरे पिता गांधी राम को सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां से डॉक्टरों ने स्थिति नाजुक देखते हुए पटना रेफर कर कर दिया. पटना में इलाज के दौरान रविवार की देर रात मेरे पिता की मौत हो गयी.
मृतक तीन भाइयों में सबसे बड़े थे. मृतक के चार लड़के व एक लड़की है. सभी विवाहित है. मृतक का दाह संस्कार गांव स्थित श्मशान घाट में किया गया. सभी आरोपित घर छोड़ कर फरार बताये जा रहे है. इस मामले में पुलिस सभी नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.