राज्य के निजी अस्पतालों ने कोरोना महामारी के इस संकट काल में आइसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) व एचडीयू (हाई डेपेनडेंसी यूनिट) चार्ज एक से दो हजार रुपये तक बढ़ा दिया है. यह सबकुछ सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने के नाम पर किया गया है. दूसरी बड़ी खबर ये है कि झारखंड में कोरोना की रफ्तार थोड़ी कम हुई है. शनिवार को झारखंड में 66 पॉजिटिव मिले हैं, पर अच्छी खबर है कि शनिवार के ही दिन 131 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं. इसके साथ ही राज्य में अबतक 1723 पॉजिटिव मिल चुके हैं. इसके अलावा एक खबर ये भी है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को दुमका रेलवे स्टेशन से 1600 से अधिक श्रमिकों से भरी ट्रेन को लेह-लद्दाख के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. सीमा सड़क संगठन के अधिकारी इन श्रमिकों को लेकर गये हैं. संताल परगना से सात ट्रेनों से 11 हजार से अधिक मजदूरों को ले जाने की योजना है. शनिवार को यह पहली ट्रेन रवाना हुई. इससे पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि लेह-लद्दाख जानेवाले श्रमिक सैनिकों की तरह ही सीमा की सुरक्षा में योगदान देने जा रहे हैं. आइए झारखंड राज्य से जुड़ी प्रमुख खबरों पर एक नजर डालते हैं
राज्य के निजी अस्पतालों ने कोरोना महामारी के इस संकट काल में आइसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) व एचडीयू (हाई डेपेनडेंसी यूनिट) चार्ज एक से दो हजार रुपये तक बढ़ा दिया है. यह सबकुछ सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने के नाम पर किया गया है.
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झारखंड में कोरोना की रफ्तार थोड़ी कम हुई है. शनिवार को झारखंड में 66 पॉजिटिव मिले हैं, पर अच्छी खबर है कि शनिवार के ही दिन 131 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं. इसके साथ ही राज्य में अबतक 1723 पॉजिटिव मिल चुके हैं.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को दुमका रेलवे स्टेशन से 1600 से अधिक श्रमिकों से भरी ट्रेन को लेह-लद्दाख के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. सीमा सड़क संगठन के अधिकारी इन श्रमिकों को लेकर गये हैं. संताल परगना से सात ट्रेनों से 11 हजार से अधिक मजदूरों को ले जाने की योजना है.
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झारखंड से लेह-लद्दाख जानेवाले श्रमिक काम से पहले वहां 14 दिनों के कोरेंटिन में रहेंगे. श्रमिकों के आने पर लद्दाख केंद्रशासित प्रदेश के डिविजन कमिश्नर ने एनओसी ने दी और कुछ गाइडलाइन भी भेजी है. इसी गाइडलाइन के तहत श्रमिकों को पहले कोरेंटिन में रखा जायेगा.
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निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित का इलाज करने के स्वास्थ्य विभाग के आदेश को डॉक्टर व अस्पताल प्रबंधकों ने गलत ठहराया है. शनिवार को करमटोली चौक स्थित आइएमए भवन में हुई बैठक में डॉक्टर व अस्पताल संचालकों ने एक स्वर में कहा कि अगर संक्रमित का इलाज शुरू किया गया, तो राज्य में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकना असंभव हो जायेगा.
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