Diabetes food chart: विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में 400 मिलियन से अधिक लोग मधुमेह से ग्रसित हैं. यह बीमारी धीरे-धीरे हृदय रोग, गुर्दे को क्षति पहुंचाने तथा मृत्यु का भी कारण बन सकती है. यदि आपको मधुमेह है और इस स्थिती में आप खाने को लेकर संशय में रहते है, तो जानें इस दौरान इन 15 आहारों का सेवन आपके लिए सेहत के लिए सही है या नहीं..
चीनी वाले पेय पदार्थ : डायबिटीज रोगियों को चीनी से बने किसी भी ड्रिंक को पीने से बचना चाहिए. इसमें कोक, पेप्सी, नींबू पानी, मीठा चाय आदि शामिल है. दरअसल, चीनी में कार्ब्स की मात्रा पायी जाती है जो मधुमेह मरीजों के लिए घातक है.
पानी : जब स्वास्थ्य की बात आती है, तो पानी से बेहतर कोई पेय विकल्प नहीं हो सकता है. पानी कैलोरी और चीनी मुक्त होता है. यह कब्ज और गुर्दे की पथरी जैसी बीमारियों को नहीं होने देता है. साथ ही साथ यह शरीर में बने अतिरिक्त ग्लूकोज से से भी छुटकारा दिलाता है. अत: प्रतिदिन करीब 8-10 ग्लास पानी पीना चाहिए.
सोडा डाइट ड्रिंक : सोडा ड्रिंक में कृत्रिम मिठास डाला जाता है. जो ज्यादा खतरनाक होता है. यह इंसुलिन को प्रतिरोध करके मधुमेह के लक्षणों को और बढ़ा सकता है. एक अध्ययन में पाया गया है कि सोडा ड्रिंक और मधुमेह नेत्र रोग या अंधापन का कारण भी बन सकता है.
अंडे : प्रोटीन से भरे अंडे में कार्ब्स की मात्रा कम होती है. हालांकि, इसमें पाए जाने वाले उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण कुछ मधुमेह रोगी अंडे खाने से डरते हैं. क्योंकि यह हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है.
तले हुए खाद्य पदार्थ : अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, “तले खाद्य पदार्थ या केक, पाई क्रस्ट, बिस्कुट, फ्रोजन पिज्जा, कुकीज या क्रैकर्स में उच्च मात्रा में ट्रांस फैट पाया जाता है. अत: इसे मधुमेह मरीजों को खाने से बचना चाहिए.
नट खाना चाहिए या नहीं? : अखरोट, बादाम, पिस्ता और मूंगफली जैसे नट्स टाइप 2 डायबिटीज वाले मरीजों के लिए बढ़िया स्नैक साबित हो सकता है. यह आहार हृदय रोग के जोखिम को कम करने, खून में चीनी की मात्रा को कम करने तथा वजन घटाने में भी सहायक है.
कार्बोहाइड्रेट : हेल्थलाइन के अनुसार, तले कार्बोहाइड्रेट प्रोडक्ट जैसे सफेद ब्रेड, चावल, पास्ता और चैामिन आदि खाने से टाइप 2 मधुमेह के मरीजों को हृदय रोग का खतरा और बढ़ सकता है.
टमाटर : टमाटर में लाइकोपीन, बीटा-कैरोटीन, पोटेशियम, विटामिन सी, फ्लेवोनोइड्स, फोलेट और विटामिन ई पाया जाता है. जो टाइप 2 मधुमेह को कम करने में मददगार है. वर्ष 2011 के एक अध्ययन में पाया गया था कि प्रत्येक दिन 200 ग्राम कच्चे टमाटर का सेवन करने से रक्तचाप को कम किया जा सकता है.
फ्रेंच फ्राइज़ (आलू चिप्स, कुरकुरे आदि) : फ्रेंच फ्राइज़ सेहत के लिए बेहद नुकसानदेह है. आलू एक स्टार्चयुक्त सब्जी है, जिसमें कार्ब्स और ग्लूकोज की भारी मात्रा पायी जाती है. इससे ब्लड में चीनी में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ सकती है जो वजन बढ़ाने, हर्ट प्राब्लम से लेकर मधुमेह मरीजों के लिए खतरनाक है.
शराब : मधुमेह मरीजों के अल्कोहल का सेवन करने से रक्त में चीनी की मात्रा बढ़ सकती है. अत: यह सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकता है.
फलों के जूस को छोड़ सब्जियों के जूस का सेवन करें : कई ऐसे फल है जिससे शरीर में चीनी और कार्ब्स की मात्रा बढ़ सकती है. अत: कई सब्जी जिसमें एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते है और ग्लूकोज की मात्रा कम होती है. उनका सेवन जूस के तौर पर किया जा सकता है.
हनी : कई मधुमेह रोगी को प्राकृतिक मिठास के लिए चीनी के जगह शहद का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन, मायो क्लिनिक के एम. डी. रेजिना कास्त्रो की मानें तो ऐसा करना गलत है, मधुमेह में शहद का सेवन भी सही नहीं है.
मछली खाएं : मछलियों जैसे सैल्मन, ट्राउट, आदि खाना चाहिए. यह मधुमेह रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है. इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है जो हृदय को स्वस्थ रखता है. साथ ही साथ स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद करता है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की मानें तो प्रति सप्ताह मछलियों का सेवन करना चाहिए. इसके अलावा चिकन को भी काफी भूंज कर खाया जा सकता है.
नमकयुक्त भोज : मधुमेह मरीज को ज्यादा नमकयुक्त भोजन और स्नैक्स को नहीं खाना चाहिए. अमेरिकी सरकार की 2017 की रिपोर्ट के अनुसार ज्यादा नमक खाने से उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ सकता है. अत: कुछ नमकीन खाद्य पदार्थ जैसे- ब्रेड, पिज्जा, सैंडविच, मीट और सूप, आलू चिप्स जैसे स्नैक्स का सेवन नहीं करना चाहिए.
आईसक्रीम : हेल्थलाइन की रिर्पोट के अनुसार मधुमेह के मरीजों को आईसक्रीम नहीं खाना चाहिए. इसमें चीनी के अलावा कार्ब की मात्रा भी अधिक पायी जाती है. आपको बता दें कि दूध में भी कार्ब्स की मात्रा पायी जाती है.
अदरक : 2015 के एक अध्ययन के अनुसार अदरक, मधुमेह के मरीजों के लिए लाभकारी है. यह कोलेस्ट्रॉल कम करने से लेकर रक्त में ग्लूकोज की मात्रा कम और हृदय को स्वस्थ रखने में भी मददगार है.
Posted By: Sumit Kumar Verma
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.