रांची : मांडर, रांची के एक व्यक्ति सहित गिरिडीह के दो तथा जमशेदपुर व गुमला के एक-एक नये कोरोना संक्रमित की पहचान शुक्रवार को हुई. इनमें तीन की जांच निजी लैब में हुई थी. वहीं, रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी लैब की जांच रिपोर्ट में तीन लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. जिला प्रशासन के सहयोग से सभी पांच को शिफ्ट कराया गया है. वहीं संक्रमितों के निकट संपर्क में आने वाले की खोजबीन की जा रही है. सिविल सर्जन डाॅ वीबी प्रसाद ने इसकी पुष्टि की है.
गिरिडीह का एक संक्रमित मरीज बरियातू स्थित निजी अस्पताल में हृदय का इलाज कराने के लिए नौ जून को भर्ती हुआ था. वहीं, मेन रोड स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे गुमला निवासी 81 वर्षीय एक वृद्ध भी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं.
वीडियो जारी कर कोविड अस्पताल की खोली पोल, प्रबंधन ने पूछा- वार्ड में कैसे पहुंचा परिजन
रिम्स के कोविड-19 अस्पताल की कुव्यवस्था का उजागर संक्रमित महिला के परिजन ने किया है. परिजन द्वारा जारी वीडियो में बताया गया है कि कोविड अस्पताल में भर्ती संक्रमित खुद अपनी देखभाल करने को विवश है. उनसे खुद ही बेड लगाने और बिस्तर व चादर बिछाने को कहा जा रहा है. वीडियो में दिखाया गया है कि वाॅर्ड ब्वाॅय एक मरीज के परिजन को बेड लगाने और वार्ड से जल्दी निकल जाने को कहा रहा है. इसपर परिजन कह रहा है कि पहले बुलाते हो आैर बाद में भगाते हो.
वहीं, वार्ड में संक्रमित का सामान लाने को भी परिजनों से ही कहा जा रहा है. इसी बीच परिजन वार्ड में भर्ती अन्य मरीजों के परिजनों से पूछता है कि खाना व पानी भी मिलता है या नहीं. इसपर एक मरीज के परिजन ने कहा कि खाना व पानी मिलता है. वहीं, वीडियाे बनाते देख वार्ड ब्वाॅय ने संक्रमित मरीज के परिजन से कहा कि आपको वार्ड में आने को किसने कहा? इसपर परिजन ने कहा कि मुख्यमंत्री तक शिकायत की जायेगी.
रिम्स के कोविड-19 अस्पताल की कुव्यवस्था का उजागर संक्रमित महिला के परिजन ने किया है. परिजन द्वारा जारी वीडियो में बताया गया है कि कोविड अस्पताल में भर्ती संक्रमित खुद अपनी देखभाल करने को विवश है. उनसे खुद ही बेड लगाने और बिस्तर व चादर बिछाने को कहा जा रहा है. वीडियो में दिखाया गया है कि वाॅर्ड ब्वाॅय एक मरीज के परिजन को बेड लगाने और वार्ड से जल्दी निकल जाने को कहा रहा है.
अधीक्षक को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश : इधर, परिजन का वीडियो जारी होने पर निदेशक कार्यालय की ओर से अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है. अधीक्षक को कहा गया कि आखिर संक्रमित मरीज का परिजन वार्ड के अंदर तक कैसे पहुंच गया. वार्ड में पहुंचने के बाद वह कहां-कहां घूमा?आइसोलशन वार्ड में भर्ती है या घर चला गया. जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.