नयी दिल्ली : लॉकडाउन और कोरोनावायरस के कारण भारत में जहां कंपनियां बंद होने की कगार पर है, वहीं मैगी के बिक्री में जबरदस्त उछाल देखा गया है. लॉकडाउन के दौरान मैगी की बिक्री 25 फीसदी बढ़ गई है. बताया जा रहा है कि मैगी ने मांग की बढ़त को देखते लॉकडाउन के दौरान ही 5 फैक्ट्री भी अलग से शुरू कराया गया.
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के अनुसार लॉकडाउन 1.0 के दौरान मैगी की जबरदस्त बिक्री हुई. कंपनी ने इस दौरान मांग की पूर्ति के लिए 5 फैक्ट्रियां बनवाई. कंपनी का कहना था कि इस दौरान किराना दुकान दारों ने मैगी के 1.68 किलो पैक बिक्री पर ज्यादा जोर दिया. कई जगहों पर इसके लिए रिसोर्स किया गया.
कंपनी के भारत में प्रबंध निदेशक सुरेश नारायण ने बताया कि लॉकडाउन के बद हमने बिक्री को लेकर प्लानिंग तैयार किया. ज्यादा से ज्यादा सप्लाई लोगों तक पहुंचे यह हमारी टीम ने सुनिश्चित किया, जिसका परिणाम यह हुआ कि मैगी के बिक्री में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. हमारी कोशिश है कि यह आगे भी हो.
भारत में 12000 करोड़ का है सम्राज्य- मैगी बनाने वाली कंपनी नेस्ले का भारत में 12000 करोड़ रुपये का व्यापार फैला हुआ है. कंपनी पर साल 2015 में देश में प्रतिबंध लगा दिया गया था. कंपनी पर आरोप था कि मैगी नूडल्स में तय मात्रा से अधिक रेड रहता है. हालांकि बाद में कंपनी पर से प्रतिबंध हटा लिया गया था.
जबरदस्त बिक्री का कारण- लॉकडाउन के कारण देशभर में रेस्तरां और होटल बंद रहे. इतना ही नहीं लोग अपने घरों से ही ऑफिस का भी काम निपटाते थे, जिस कारण देश में अधिकतर लोग घरों पर ही रह रहे थे. होटल और रेस्तरां नहीं खुलने से लोगों के पास नास्ते या नूडल्स खाने के लिए मैगी ही विकल्प के रूप में होता था. माना जाता है कि इसी कारण से कंपनी की बिक्री बढ़ी है
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इससे पहले, पारले जी ने लॉकडाउन के दौरान रिकॉर्ड कमाई की खबर आई थी.बताया गया था कि 80 दिनों के लॉकडाउन के दौरान कंपनी की कमाई का फीसदी कुल शेयर के पांच फीसदी तक बढ़ गया. यह कंपनी के 82 साल के इतिहास में सबसे बड़ा कमाई का रिकॉर्ड है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra
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