3.80 करोड़ रुपये के ऑटो टिपर खरीद घोटाले में विजिलेंस ने बड़ी कार्रवाई की है. मामले में विजिलेंस ने नामजद अभियुक्त बनाये गये मुजफ्फरपुर के मेयर सुरेश कुमार, बर्खास्त जूनियर इंजीनियर प्रमोद कुमार व भरत लाल चौधरी के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दायर करने की मंजूरी दे दी है. निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के डीआइजी शंकर झा ने इसकी पुष्टि की है.
डीआइजी ने बताया कि फरवरी में नगर विकास एवं आवास विभाग से अभियोजन की स्वीकृति मिली थी. बाकी छह अन्य अभियुक्त हैं,जो लोकसेवक हैं. उनके खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति संबंधित विभाग से मिलनी अभी बाकी है. मामले में विलंब होने से लॉकडाउन खत्म होने के साथ तत्काल तीन के खिलाफ चार्जशीट करने का निर्देश केस के जांच कर्ता को दिया गया है. 72 घंटे में चार्जशीट कर तीनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए सरकार को सूचित कर दिया जायेगा.
दो नगर आयुक्त व चार अन्य इंजीनियर के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति लंबित मामले में तत्कालीन दो नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन, डॉ रंगनाथ चौधरी सहित कार्यपालक अभियंता बिंदा सिंह, सहायक अभियंता महेंद्र सिंह, नंद किशोर ओझा व कनीय अभियंता मो क्यामुद्दीन अंसारी को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. इन छह के विरुद्ध अभी सामान्य प्रशासन विभाग, जल संसाधन एवं पथ निर्माण विभाग में पांच माह से अभियोजन की स्वीकृति के लिए विजिलेंस का पत्र लंबित है. विजिलेंस की तरफ से बार-बार इन विभागों को रिमांइडर लेटर भेजा जा रहा है, लेकिन स्वीकृति नहीं मिल सकी है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya