बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने एमएसएमइ के लिए परिभाषित नये मानदंडों में मध्यम उद्यमों के अनुपात में ही सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों के लिए निवेश एवं टर्नओवर की सीमा को बढ़ाने की मांग की है. इस संबंध में चैंबर अध्यक्ष पीके अग्रवाल ने केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री तथा केंद्रीय वित्त मंत्री को पत्र लिखा है.
उन्होंने बताया कि हाल ही में एमएसएमइ को नये तरीके से परिभाषित करने के लिए केंद्र सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा गजट अधिसूचना जारी की गयी है. इसके तहत मध्यम उद्यमों के निवेश एवं टर्न ओवर की घोषित सीमा जो क्रमश: 20 करोड़ एवं 100 करोड़ थी, उसे बढ़ा कर क्रमश: 50 करोड़ और 250 करोड़ की गयी है. यह घोषित सीमा से ढाई गुणा अधिक है. लेकिन सूक्ष्म एवं लघु उद्यम की जो सीमा है, उसे नहीं बढ़ाया गया है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya