गिरिडीह : प्रशासन की चेतावनी का अतिक्रमणकारियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है. अतिक्रमण के खिलाफ लगातार अभियान चलने के बाद भी जाम से लोगों को निजात नहीं मिल रही है. कार्रवाई के चंद घंटे बाद ही मुख्य मार्ग पर दुकानें व ठेलें लग जाती हैं. इससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती है. एक ओर जहां मुख्य सड़क पर सब्जी और फल बेचने वाले ठेला लगा देते हैं, वहीं दूसरी ओर दोपहिया वाहन चालक बेतरतीब तरीके से अपनी गाड़ी भी खड़ी कर देते हैं.
इन्हीं दो कारणों से सबसे ज्यादा सड़क जाम होता है. बता दें नगर आयुक्त सह एसडीएम प्रेरणा दीक्षित के आदेश पर शहरी क्षेत्र के मुख्य मार्ग से अतिक्रमण को हटाया जा रहा है. अभियान की सार्थकता को लेकर निगम की एक टीम भी बनायी गयी है. इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस को भी इस कार्य में लगाया गया है. अभियान के पहले दिन नगर आयुक्त के नेतृत्व में कचहरी रोड, जेपी चौक, आंबेडकर चौक, कालीबाड़ी से अतिक्रमण हटाया गया. साथ ही सड़क किनारे ठेला लगाकर सब्जी व फल बेचने वालों को कड़ी चेतावनी दी गयी.
साथ ही मुख्य मार्ग के बगल स्थित दुकानों के सामने बाइक लगाने वालों को भी कड़ी फटकार लगायी गयी. अभियान के दौरान लोग अपनी दुकानें तो हटा लेते है और पुनः अधिकारियों के जाने के बाद मुख्य सड़क के किनारे दुकान लगा देते हैं. इतना ही नहीं बाइक चालक पार्किंग जोन के बजाय अपनी बाइक को बेतरतीब तरीके से जहां तहां भी खड़ी कर देते हैं.
मकतपुर सब्जी मार्केट व निगम बाजार में दुकान लगाने का निर्देश : सड़क किनारे सब्जी व फल बेचने वालों को मकतपुर सब्जी मार्केट व नगर निगम बाजार में दुकान लगाने का निर्देश दिया गया है. इसके बावजूद लोग मुख्य सड़क के किनारे ही दुकानें लगा रहे हैं.
इन चिह्नित स्थानों में जाने से अतिक्रमणकारी कतराते हैं. चूंकि अनलॉक वन के बाद शहर में चहल-पहल बढ़ी है. लिहाजा खरीदार भी बगैर सोशल डिस्टैंसिंग का पालन किये दुकान पर भीड़ लगा रहे हैं. अहम बात यह कि जेपी चौक व कचहरी रोड, कालीबाड़ी रोड होकर ही एंबुलेंस मरीजों को सदर अस्पताल ले जाते हैं. ऐसे में जाम के कारण आवागमन में परेशानी होती है.
शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए सबों का सहयोग अपेक्षित – नोडल पदाधिकारी : नगर निगम के नोडल पदाधिकारी राजन कुमार कहते हैं कि शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए सबों का सहयोग अपेक्षित है. उन्होंने कहा कि इसी निमित्त अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है. जब अभियान चलता है तो अतिक्रमणकारी मुख्य सड़क को खाली कर देते हैं, लेकिन इसके बाद फिर सड़क किनारे दुकानें लगा देते हैं.
बाइक सवार पार्किंग जोन में बाइक खड़ी करने के बजाय इसे मुख्य सड़क के किनारे खड़ी कर देते हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि कई दुकानों के सामने बाइक को नहीं लगाने का नोटिस लगाया गया है. इसके बाद भी लोग बेतरतीब तरीके से बाइक खड़ा कर देते हैं.
उन्होंने कहा कि पार्किंग जोन में बाइक लगाने पर कोई शुल्क नहीं लगता है, लेकिन इसके बाद भी लोग वहां पर बाइक नहीं लगाते हैं. उन्होंने कहा कि नगरपालिका अधिनियम में चार से पांच हजार जुर्माना लेने का प्रावधान है. लेकिन लॉकडाउन के मद्देनजर नगर आयुक्त का स्पष्ट निर्देश है कि जो लोग अतिक्रमण करते पकड़े जाये उनकी आर्थिक व दयनीय स्थिति को देखते हुए न्यूनतम दंड लिया जाये.