रांची : संताल-परगना के 1500 श्रमिक शुक्रवार को विशेष ट्रेन से लेह लद्दाख के लिए रवाना होंगे . बॉर्डर रोड आर्गनाइजेशन(बीआरओ) के लिए भारत-चीन सीमा पर उक्त श्रमिक सड़क निर्माण का काम करेंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इसके पूर्व मुख्यमंत्री श्रमिकों को संबोधित भी करेंगे. प्रस्थान करने से पूर्व इन मजदूरों के बीच लेबर कार्ड का वितरण किया जायेगा. बीआरओ श्रमिकों को नियमत: नियुक्त कर लेह लद्दाख भेजेगा. इससे पूर्व बीआरओ के एडीजी अनिल कुमार ने सीएम से मुलाकात की.
उन्होंने बीआरओ के संबंध में सीएम को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि झारखंड के कामगार हर वर्ष सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क निर्माण कार्य में अपना बहुमूल्य योगदान देते हैं. सीएम ने उनसे कहा कि श्रम कानून के तहत श्रमिकों को पारदर्शी तरीके से नियुक्ति की कार्रवाई की जाये. इसमें किसी तरह के बिचौलिये की भूमिका नहीं हो. श्रम कानून के प्रावधानों के अंतर्गत उनके बैंक खातों में राशि प्रतिमाह ससमय भेज दी जाये. बैठक में सीएम के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का भी उपस्थित थे.
इधर दुमका रेलवे स्टेशन से कामगारों को रवाना करने के पूर्व बीआरओ के पदाधिकारी एवं जिला प्रशासन द्वारा एक एकरारनामा पर हस्ताक्षर किया जायेगा. बीआरओ के एडीजी ने बताया कि बीआरओ एवं श्रम विभाग के बीच एमओयू करने के लिए रक्षा मंत्रालय से अनुमति मांगी गयी है. अनुमति प्राप्त होते ही एमओयू पर हस्ताक्षर किया जायेगा.
प्रोजेक्ट भवन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि लोगों को रोजगार देने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गयी है. इसी कड़ी में शुक्रवार को श्रमिक लेह लद्दाख जायेंगे. ये शुरुआत है. किसानों, मजदूरों और व्यापारियों के लिए भी कई व्यवस्था की जा रही है. इससे राज्य में रोजगार के नये आयाम खुलेंगे. सीएम ने कहा कि देश में यह पहला कदम होगा जब मजदूरों के हक को लेकर एक नीतिगत तरीके सेस्वेच्छा से अपना रोजगार चुनेंगे.
Post by : Pritish Sahay