कोरोना वायरस की महामारी के चलते देश को कितना नुकसान हुआ है इसे केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के एक बयान से समझा जा सकता है. उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्ट के कारण केंद्र सरकार को इस वित्तीय वर्ष में करीब 10 लाख करोड़ का राजस्व कम आयेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे कुछ राज्य सरकारों के पास अगले माह तनख्वाह देने के लिए पैसे नहीं हैं.
भोपाल में आयोजित मध्यप्रदेश जन संवाद डिजिटल रैली को नागपुर से संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि आज पूरी दुनिया संकट का सामना कर रही है.आज ‘आर्थिक युद्ध’ भी शुरू हुआ है. बहुत कठिनाइयां हैं. उन्होंने कहा कि हमारे गांव, गरीब, मजदूर एवं किसान संकट में हैं. हमारे उद्योग संकट में हैं. टीओआई के मुताबिक, गडकरी ने बताया कि हमारे कुछ राज्य सरकारों के पास अगले माह वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं. उन्होंने कहा कि भारत सरकार पर भी संकट बड़ा है. राजस्व में कमी आई है. हमारा 200 लाख करोड़ रूपये का जीडीपी है.
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उसका 10 प्रतिशत करीब 20 लाख करोड़ रूपये का पैकेज हमने उद्योगों, किसानों एवं सबके लिए दिया है. कोरोना वायरस से हुए संकट का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि करीब 10 लाख करोड़ रूपये राजस्व कम आयेगा. इसमें कमी आएगी तो 200 लाख करोड़ रूपये में से 30 लाख करोड़ रूपये अगर ऐसे गये तो कितनी विकट स्थिति होगी? आप समझिए. हम इसका सामना नाकारात्मकता, निराशा और डर से नहीं कर सकते. हमें कोरोनावायरस से आत्म विश्वास और सकारात्मकता के साथ लड़ना होगा.
नितिन गडकरी ने उम्मीद जतायी है कि जल्द ही कोरोनावायरस की वैक्सीन विकसित की जाए. तब तक हमें इससे लड़ना होगा. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल के बारे में बताते हुए गडकरी ने कहा कि कांग्रेस जो काम 55 वर्षों में नहीं कर सकी वो भाजपा ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 5 साल में कर दिया है.
उन्होंने इसे ही भाजपा की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया है.उन्होंने कहा कि 1947 के बाद कांग्रेस सरकार ने जो आर्थिक नीतियां अपनाई थीं, उसके आधार पर देश की प्रगति नहीं हो सकी। कांग्रेस की विचारधारा पूरी तरह से विफल हो गई और आज समाजवादी और साम्यवादी भी कहीं दिखते नहीं.
Posted By: Utpal kant