लखीसराय सदर अस्पताल में मंगलवार को अनुपस्थित चिकित्सक की हाजिरी काटे जाने पर संबंधित चिकित्सक ने अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया व हाजिरी काटने वाले सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एके सिंह पर जूता तक फेंक दिया, जो डॉ सिंह के ड्राइवर के नाक में जा लगी. इतना ही नहीं उक्त चिकित्सक के द्वारा डीएस डॉ सिंह के साथ हाथापाई करने की भी बात कही जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल उपाधीक्षक कार्यालय में चिकित्सक अमरेश कुमार ने जब अनुपस्थित रहने के बावजूद उक्त तिथि के हाजिरी रजिस्टर में अपनी उपस्थित बनाने लगे तो अस्पताल उपाधीक्षक डॉ एके सिंह ने उन्हें मना किया व कहा कि आप कोरोना संक्रमण काल मार्च महीने में भी ड्टी नहीं किये. जिसके कारण हाजिरी नहीं बनाने दिया जायेगा.
इस पर चिकित्सक अमरेश कुमार ने डॉ सुरेश शरण का हवाला देते हुए कहा कि वह भी अस्पताल में अनुपस्थित रहते है, फिर उन्हें हाजिरी क्यों बनाने दिया जाता है. डीएस ने डॉ अमरेश कुमार को अपनी ड्टी से मतलब रखने की बात कही. इस दौरान दोनों के बीच पहले तू-तू मैं-मैं हुआ. जिसके बाद उक्त चिकित्सक ने डीएस डॉ सिंह पर हाथ भी चला दिया. इस बीचअन्य अस्पताल कर्मी कार्यालय पहुंच बीच बचाव करने लगे. चिकित्सक अमरेश कुमार जब अपना जूता खोल डीएस को मारना चाहा तो डीएस के वाहन चालक अजीत कुमार को उसे रोकने के क्रम में जूता जा लगा, लेकिन उसने चिकित्सक को धक्का देकर हटा दिया. इस दौरान अजीत दीवार से टकराकर कर जख्मीभी हो गया. जिस वजह से उनके नाक से खून बहने लगा. जिसे तत्काल दवा दे ठीक किया गया.
इस दौरान अस्पताल के कई कर्मी भी जुट गये और मामले को शांत कराया. इस बीच डीएस डॉ अशोक कुमार सिंह सीएस कार्यालय पहुंचे. जहां सीएस डॉ आत्मानंद कुमार, डीपीएम खालिद हुसैन आपस में बैठ कारवाई करने का विचार करने लगे. इस बीच सीएस कार्यालय में कवैया थाना के एसआई कृष्णानंद सिंह पलिस बल के साथ पहुंचे, लेकिन डीपीएम खालिद हुसैन ने आपसी मामला कहकर पलिस को पलिस को वापस भेज दिया. बताया जाता है कि सदर अस्पताल से चिकित्सक हमेशा गायब रहते है व सप्ताह में एक दो दिन पहुंच रजिस्टर पर अनुपस्थिति को भी उपस्थितिबना देते है. अधिकारियों के मना करने पर उनसे लड़ाई झगड़ा कर लेते है. इस संबंध में डीएस डॉ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि चिकित्सक को हर हाल में ड्टी करना है. सभी चिकित्सक अपनी ड्टी नहीं करेंगे तो उन्हें ड्टी करने के लिये कहा जायेगा. सीएस डॉ आत्मानंद ने कहा कि मंगलवार की घटना को लेकर विभागीय कारवाई की जायेगी. चिकित्सक अगर अनुशासन में नहीं रहेंगे तो उनपर अनुशासनात्मक कारवाई की जायेगी.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya