लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े राजनीतिक पार्टियों में से एक समाजवादी पार्टी के अंदर जारी परिवारिक कलह खत्म होती दिख रही है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मुलायम सिंह यादव के बड़े बेटे अखिलेश यादव और उनके चाच शिवपाल यादव के रिश्तों में जारी खटास खत्म होती दिख रही है. मुलायम सिंह यादव का कुनबा फिर से एक होता दिख रहा है. रिश्तों में मिठास की बातें एक चिठ्ठी से निकल कर सामने आयी है जो शिवपाल यादव ने अपने भतीजे अखिलेश यादव के लिए लिखी है.
गतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा इटावा के जसवंतनगर के समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव ने हाल ही में अखिलेश यादव के लिए एक पत्र लिखा. 29 मई को लिखा गये इस पत्र में शिवपाल यादव ने अपने विधानसभा से सदस्यता रद्द करने की अर्जी वापस लेने पर न सिर्फ अखिलेश यादव का धन्यवाद किया बल्कि उनके नेतृत्व पर भी आस्था जताई है. शिवपाल ने लिखा है कि निश्चय ही यह मात्र एक राजनीतिक सामान्य घटना नहीं है, बल्कि आपके इस तरह के स्पष्ट, सार्थक और सकारात्मक हस्तक्षेप से राजनीतिक परिधि में आपके नेतृत्व में एक नए राजनीतिक विकल्प और नवाक्षर का जन्म होगा. यह पत्र सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रहा है.
बता दें कि अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच 2017 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले जंग छिड़ गयी थी. उसके बाद समाजवादी पार्टी पर मुलायम सिंह यादव के बड़े बेटे अखिलेश यादव का एकछत्र राज हो गया था. इस घटना के बाद चाच-भतीजे में रिश्तों में दरार आ गयी थी और शिवपाल यादव ने अपनी अलग पार्टी गतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) बनी ली थी.