पटना : नगर निगम में दैनिक वेतन पर कार्यरत 4300 सफाईकर्मियों की नौकरी के मामले, आउटसोर्सिंग पर कार्यरत कर्मियों के वेतन, कर्मियों के बीमा सहित अन्य मांगों को लेकर लगभग सात हजार कर्मी सोमवार से दो दिन तक सफाई व्यवस्था ठप रखेंगे. इनमें डोर-टू-डोर कचरा उठाने वाली गाड़ियों के चालकों के अलावा कूड़ा उठानेवाले कर्मचारी भी शामिल हैं. इस पर भी मांगों को निगम प्रशासन ने पूरा नहीं किया, तो 10 जून से वे अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे. इस संबंध में पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ ने निगम को अवगत कराया है.
वहीं, नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने चेतावनी दी है कि काम में बाधा डालने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी. सफाईकर्मियों की मांगों पर पटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में वार्ता संपन्न हुई थी. समन्वय समिति की ओर से हड़ताल के संबंध में कोई सूचना नहीं दी गयी है. मांगों को लेकर टालमटोल का लगाया आरोपपटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के महासचिव नंद किशोर दास ने कहा कि सफाईकर्मियों की मांगों पर निगम प्रशासन व सरकार टालमटोल कर रही है.
4300 दैनिक वेतनभोगी सफाईकर्मियों के मामले में सरकार ने अब तक आदेश वापस नहीं लिया है. इससे कर्मियों में अपनी नौकरी को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. इतना ही नहीं, आउटसोर्सिंग पर कार्यरत कर्मियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है. इसको लेकर संघ की रविवार को हुई बैठक में सांकेतिक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया है. सभा को अशोक प्रभाकर, आजाद भारती, सूरज राम, देवराज कुमार, प्रदीप कुमार, एतवारी देवी, गिरिजा देवी सहित अन्य ने संबोधित किया.
हड़ताल का समर्थन नहींपटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि हड़ताल में समिति शामिल नहीं है. मामला कोर्ट में होने के कारण ऐसी स्थिति में हड़ताल उचित नहीं है.मौर्यालोक में सफाईकर्मियों को प्रदर्शन करने पर रोकपटना. दैनिक वेतन पर कार्यरत सफाईकर्मियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर सोमवार को मौर्यालोक में किये जानेवाले प्रदर्शन पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है. कर्मियों को गर्दनीबाग में धरना स्थल पर प्रदर्शन करने की अनुमति मिली है.
इसे लेकर पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ के महासचिव नंद किशोर दास ने कहा कि सफाई मजदूर शहर की सफाई करने में कोरोना से नहीं डरते, लेकिन वे अपने हक अधिकार के लिए मौर्यालोक में प्रदर्शन करेंगे तो अधिकारियों को कोरोना हो जायेगा. इससे कर्मियों में रोष है.
होगी कानूनी कार्रवाईसफाईकर्मियों की मांगों पर हुई वार्ता के बाद उस पर कार्रवाई हो रही है. कर्मियों की नौकरी का मामला कोर्ट में लंबित है. अन्य मांगों को देखा जा रहा है. इसके बावजूद अगर कर्मी हड़ताल में शामिल होंगे तो कानूनी कार्रवाई होगी. हिमांशु शर्मा, नगर आयुक्त