आठ जून से अनलॉक 1 (Unlock 1) के तहत धार्मिक स्थल खोलने की तैयारी हो चुकी है. पिछले दिनों कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी,Standard operating procedure) यानी गाइडलाइंस जारी कर दी गयी है जिसमे बताया गया है कि पूजा करते वक्त आपको किन बातों का ख्याल रखना होगा. इसके बाद मंदिर मस्जिद चर्च को पुन: खोलने की तैयारी जोरों पर जारी है. आइए एक नजर डालते हैं कुछ धार्मिक स्थलों पर जहां खोलने की तैयारी चल रही है…
केरल में तिरुवनंतपुरम का श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर लोगों के लिए मंगलवार(9 जून) से खुल रहा है. मंदिर के कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि हम केंद्र और राज्य सरकारों की गाइडलाइंस का सख्ती से पालन कर रहे हैं. हम लाइन लगाने के वर्चुअल सिस्टम की शुरुआत कर रहे हैं.
उत्तराखंड स्थित बद्रीनाथ मंदिर में तैयारी चल रही है. देश में कल (8 जून) से धार्मिक स्थल खुल रहे हैं, इसके लिए बद्रीनाथ मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए तैयारियां चल रही हैं.
मक़सूद इमरान इमाम जामिया मस्जिद (बेंगलुरू) ने बताया कि मस्जिद में ज्यादा उम्र और 10 साल से छोटे बच्चों को अंदर आने की इजाज़त नहीं होगी. लोग सैनेटाइजर टन्नल से प्रवेश करके ही अंदर आएंगे. पहले जुम्मा के दिन 10000 के करीब लोग नमाज़ अदा करने आते थे लेकिन अब 1000-1500 लोग ही नमाज़ अदा कर पाएंगे.
देश में धार्मिक स्थल कल से खुलने को तैयार हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित कैथेड्रल चर्च में भी प्रार्थना करने की तैयारी की जा चुकी है.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की जामा मस्जिद को खोलने से पहले गाइडलाइंस जारी की गई. इसके अनुसार मस्जिद में बिना मास्क के किसी को भी दाखिला नहीं मिलेगा. नमाज से पहले नमाज के बाद किसी भी तरह की मीटिंग नहीं होगी. सिर्फ फर्ज़ नमाजें पढ़ें और घर को जाएं. वुजू अपने घर से कर के आएं.
केंद्र सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार निषिद्ध क्षेत्रों में मौजूद धार्मिक स्थल जनता के लिए बंद रहेंगे, लेकिन निषिद्ध क्षेत्रों से बाहर स्थित धार्मिक स्थल खोले जा सकते हैं. आइए इसपर डालते हैं एक नजर…
1. धार्मिक स्थलों पर बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी होती है, इसलिए ऐसे परिसरों में भौतिक दूरी के नियम तथा अन्य एहतियाती उपायों का पालन किया जाएगा.
2. संक्रमण के संभावित प्रसार के मद्देनजर धार्मिक स्थलों में गायन समूहों को अनुमति नहीं दी जाएगी, बल्कि इसकी जगह रिकॉर्डेड भजन बजाए जा सकते हैं.
3. पूजा के दौरान सामूहिक प्रार्थना से बचा जाना चाहिए और प्रसाद वितरण तथा पवित्र जल के छिड़काव जैसी चीजों को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.
Also Read: कोरोना के कारण कॉन्टैक्टलेस एटीएम लाने की तैयारी कर रहे बैंक, जानें कैसे निकलेंगे पैसे4. धार्मिक स्थलों पर प्रतिमाओं और पवित्र पुस्तकों को छूने से भी बचना चाहिए तथा वहां प्रवेश के लिए लगी लाइन में कम से कम छह फुट की भौतिक दूरी रखी जानी चाहिए.
5. मंत्रालय ने कहा कि गर्भवती महिलाओं, अधिक उम्र वाले या किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या से पीड़ित कर्मचारियों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए और उन्हें लोगों के सीधे संपर्क में आने जैसे कार्य से बचना चाहिए.
Posted By: Amitabh Kumar