भागलपुर : जिले में जो अब तक कोरोना पॉजिटिव केस के ऐसे मामले हैं जो सात से 10 दिन के अंदर खुद अपने घर में सामाजिक दूरी का पालन कर रहते तो ठीक हो जाते. कोरोना जांच रिपोर्ट में ये पॉजिटिव आ रहे हैं लेकिन इनके शरीर में कोरोना वायरस को कोई लक्षण नहीं दिख रहा है. कोरोना वार्ड में अब तक आये 80 प्रतिशत मरीज ए सिस्टमैटिक है. यानी इनमें कोरोना का सभी लक्षण नहीं है. ऐसे मरीजों को कोविड केयर सेंटर में रखा जायेगा.
15 जून तक प्रखंड और जिले में चलने वाला क्वारेंटिन सेंटर बंद कर दिये जायेंगे . 65 पॉजिटिव में 46 को नहीं था कोई दिक्कत मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती 65 लोगों का केस स्टडी देखा गया.
इनमें से 46 लोग ऐसे थे जिनको कोरोना का सामान्य लक्षण भी नहीं था. यहां के डॉक्टर बस इनको विटामिन सी और कुछ गैस, ताकत की दवा के साथ भरपूर भोजन उपलब्ध कराते थे. परिणाम ये लोग सात से 14 दिन में पूरी तरह से ठीक होकर अपने घर चले गये. वहीं बचे 19 लोगों में 16 को खांसी, सर्दी, तेज बुखार था.
सामान्य फ्लू की तरह इनको बुखार हो गया था. इन सभी को भी सामान्य दवा दी गयी. परिणाम यह लोग भी तेजी से ठीक हो गये. बचे तीन लोगों में सीने में दर्द, सांस लेने में परेशानी और तेज बुखार था. ऐसे मरीजों पर खास ध्यान दिया गया. ये 20 से 25 दिन में पूरी तरह ठीक होकर चले गये.
पहले सतर्क होते तो नहीं होती इतनी परेशानी डॉक्टर कहते हैं कि हमलोगों को पहले से सतर्क हो जाना चाहिए था. ए सिस्टमैटिक मरीजों को लेकर हमें पहले से रणनीति बनानी चाहिए थी. ऐसे मरीजों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजने की कोई जरूरत ही नहीं होती है. सरकार ने भी इसको लेकर गाइडलाइन जारी कर दिया है. ऐसे मरीज कोविड केयर सेंटर में रह कर आसानी से ठीक हो सकते हैं.