हाजीपुर : कोरोना वायरस से निबटने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से सदर अस्पताल को ट्रूनेट मशीन की सौगात दी गयी है. आने वाले एक-दो दिनों में इस मशीन के यहां आते ही कोरोना संक्रमितों की जांच जिले में ही हो सकेगी. सदर अस्पताल के फाइलेरिया वार्ड के आधे हिस्से में इसके लिए स्थान भी चयनित कर लिया गयाई है. अब सैंपल को आरएमआरआई और पीएमसीएच भेजने की जरूरत नहीं होगी. इससे सैंपल लेने के कुछ ही घंटे बाद से ही जांच रिपोर्ट भी मिलने लगेगी.
इस मशीन के लग जाने से आम लोगों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों को भी राहत मिल सकेगी. अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ज्ञान शंकर ने बताया कि सदर अस्पताल में जगह चयन कर लिया गया है. उसकी फर्नीशिंग का काम भी लगभग पूरा है. इससे जांच के लिए दूसरे अस्पतालों पर निर्भरता कम होगी. यह मशीन 24 घंटे में 40 से 50 सैंपल का रिजल्ट बताता है.24 घंटे में 40-50 सैंपल जांच की क्षमता जिला स्वास्थ्य समिति के एसीएमओ डॉ ज्ञान शंकर ने कहा कि इस मशीन की क्षमता एक दिन में 40 से 50 सैंपल जांच करने की है.
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एक घंटे में दो संक्रमितों की कर सकता है जांच
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पॉलीमर चेन रिएक्शन को सैंपल भेजे जायेंगे- आरएमआरआइ
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सदर अस्पताल में मिलेगी जांच की सुविधा
यानि एक घंटे में 2 सैंपल की जांच हो सकेगी, लेकिन एक से दो घंटे मशीन बंद रहेगी तो उस समय जांच की संख्या कम हो जायेगी. इस तरह विभाग ने एक दिन में 40 सैंपल जांच करने की तैयारी की है. अगर एक दिन में इससे ज्यादा सैंपल लिया जाता है तो शेष सैंपल को पटना भेजा जायेगा. पीसीआर के लिए आरएमआरआई जायेगी सैंपल एसीएमओ ने बताया कि कोविड-19 ट्रूनेट जांच मशीन से कोरोना की प्रारंभिक जांच होगी. जिन लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आयेगी, उन्हें पूरी तरह से ठीक माना जायेगा.
लेकिन जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयेगी, केस को पॉलीमर चेन रिएक्शन के तहत कन्फर्म करने के लिए फिर से सैंपल आरएमआरआइ भेजी जायेगी. इसके बाद ही उसे पॉजिटिव मान उनका इलाज कोविड केयर में किया जायेगा. स्वास्थ्य कर्मियों को दिया जायेगा प्रशिक्षणसदर अस्पताल में लगे ट्रूनेट मशीन को संचालित करने तथा सैंपल कलेक्शन के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा.
अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को भी प्रशिक्षण दिया जायेगा. यहां पर शिफ्ट वाइज स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगायी जायेगी. ताकि सैंपल जांच का कार्य 24 घंटे किया जा सके.कम समय में अधिक की होगी जांचट्रूनेट मशीन लग जाने से न केवल कोरोना संदिग्ध की जांच में तेजी आयेगी, बल्कि कम समय में अधिक लोगों की जांच होगी और कोविड-19 का पूर्ण पुष्टि के लिए पुनः संदिग्ध का सैंपल जांच के लिए आरएमआरआइ भेजा जायेगा. अभी मरीज की जांच रिपोर्ट आने में जहां दो से तीन दिन लग जाते हैं और सभी लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजना पड़ता है.