मुंबई : बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, बंगाल और मध्यप्रदेश के बाद अब महाराष्ट्र सरकार ने भी लॉकडाउन 5.0 को लेकर घोषणा की दी है. महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन को आगे बढ़ाकर 30 जून कर दिया है. बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु ने भी लॉकडाउन आगे बढ़ाकर 30 जून किया है, जबकि बंगाल और मध्यप्रदेश ने 15 जून तक लॉकडाउन को आगे बढ़ाया है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फेसबुक में वीडियो डाला और बताया सरकार ने पूरे राज्य में लॉकडाउन को बढ़ाकर 30 जनू कर दिया है. महाराष्ट्र सरकार ने 30 जून तक बढ़ाए गए लॉकडाउन का नाम ‘मिशन बिगिन अगेन’ दिया है.
Maharashtra Government extends the #COVID19 lockdown till 30th June in the state. Movement of individuals to remain strictly prohibited between 9 pm to 5 am except for essential activities. pic.twitter.com/awz8mMXkDk
— ANI (@ANI) May 31, 2020
लॉकडाउन 5.0 में महाराष्ट्र में पांच जून से मॉल को छोड़कर बाजारों और दुकानों को खोलने की इजाजत होगी. वहीं निजी दफ्तर आठ जून से 10 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ काम कर सकते हैं. महाराष्ट्र सरकार ने स्पष्ट किया कि पाबंदियों में ढील और चरणबद्ध तरीके से कामकाज की बहाली अभी कोविड-19 निरुद्ध क्षेत्रों में नहीं होगी.
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आवश्यक गतिविधियों को छोड़कर रात 9 बजे से सुबह 5 बजे के बीच लोगों की आवाजाही पर सख्ती से प्रतिबंध रहेगा. Unlock 1 चरण में समुद्र तटों, खेल के मैदानों, उद्यानों और खुले सार्वजनिक स्थानों पर सुबह 5 बजे से शाम 7 बजे के बीच व्यक्तिगत शारीरिक अभ्यास की अनुमति होगी. जिले के अंदर बस सेवाओं की अनुमति दी जाएगी, जबकि एक जिले से दूसरे जिले में बस सेवाओं की अनुमति नहीं होगी.
धार्मिक स्थलों और पूजा स्थलों, होटल, रेस्तरां, आतिथ्य सेवाएं, शॉपिंग मॉल, नाई की दुकानें, स्पा, सैलून और ब्यूटी पार्लर राज्य भर में बंद रहेंगे.
महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख ने रविवार को कहा कि मुंबई में कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए डॉक्टरों और नर्सों को मानदेय के आधार पर काम पर रखा जाएगा. देश में सभी शहरों में मुंबई में कोविड-19 के मामलों की संख्या अब तक सबसे अधिक है. शनिवार की रात तक रोगियों की संख्या 38,442 थी जबकि 1,227 मरीजों की मौत हुई थी.
बयान के अनुसार 45 वर्ष से कम आयु के पंजीकृत चिकित्सक, जो किसी भी चिकित्सा बीमारी से पीड़ित नहीं हैं और अपनी ‘इंटर्नशिप’ पूरी कर चुके हैं, उन्हें रोगियों के उपचार के लिए जरूरत के अनुसार काम पर रखा जाएगा. उन्हें 80 हजार रुपये प्रतिमाह दिये जायेंगे. चिकित्सकों के अलावा फिजिशियन को भी मानदेय के आधार पर काम पर रखा जाएगा. एनेस्थेटिस्ट को प्रति माह दो लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा. नर्सों को प्रति माह 30,000 रुपये के मानदेय पर काम पर रखा जाएगा. उन्होंने कहा, मानदेय का भुगतान बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) द्वारा किया जाएगा. पात्र डॉक्टरों और नर्सों को इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा.
Posted By : arbind kumar mishra