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कोरोना संक्रमण से बचने के लिए 8 गांवों में हड़िया-दारू की बिक्री बंद, गांव में प्रवासी मजदूरों के प्रवेश पर रोक

गुमला : कोरोना महामारी से बचने के लिए पालकोट प्रखंड के आठ गांव के ग्रामीणों ने बड़ा फैसला लिया है. गांव का कानून भी बनाया है. हड़िया व दारू की बिक्री पर रोक लगा दी है. अगर कोई कानून तोड़ता है तो जुर्माना वसूलने का प्रावधान रखा गया है. साथ ही प्रवासी मजदूरों के गांव में घुसने पर रोक लगा दी गयी है. होम कोरेंटिन किये गये प्रवासी मजदूरों को गांव के बाहर किसी भवन में 14 दिनों तक कोरेंटिन में रखने का निर्णय लिया है. पढ़ें, गुमला से जगरनाथ/महीपाल की रिपोर्ट...

गुमला : कोरोना महामारी से बचने के लिए पालकोट प्रखंड के आठ गांव के ग्रामीणों ने बड़ा फैसला लिया है. गांव का कानून भी बनाया है. हड़िया व दारू की बिक्री पर रोक लगा दी है. अगर कोई कानून तोड़ता है तो जुर्माना वसूलने का प्रावधान रखा गया है. साथ ही प्रवासी मजदूरों के गांव में घुसने पर रोक लगा दी गयी है. होम कोरेंटिन किये गये प्रवासी मजदूरों को गांव के बाहर किसी भवन में 14 दिनों तक कोरेंटिन में रखने का निर्णय लिया है. पढ़ें, गुमला से जगरनाथ/महीपाल की रिपोर्ट…

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गांव की कानून बनाने के संबंध में ग्रामीणों ने तर्क दिया है कि एक आदमी के कारण हम पूरे गांव को संकट में नहीं डाल सकते. गांव की निगरानी के लिए निगरानी समिति का भी गठन किया गया है. झारखंड में वापस आ रहे प्रवासियों में कोरोना का संक्रमण देखने को मिल रहा है. ऐसे में गांव वालों ने स्वयं को सुरक्षित रखने का यह उपाय निकाला है. 14 दिनों के कोरेंटिन के बाद प्रवासियों को गांव में आने की अनुमति होगी.

पहान के नेतृत्व में लिया गया निर्णय

पालकोट प्रखंड स्थित बंगरू पंचायत के आठ गांव के ग्रामीणों ने दारू-हड़िया का बहिष्कार किया है. ग्रामीणों ने यह निर्णय शुक्रवार को गांव के ईंद मेला डांड़ में बुधवा पहान की अध्यक्षता वाली बैठक में लिया है. बैठक में ग्रामीणों ने ध्वनि मत से प्रस्ताव पारित किया है कि गांव में किसी भी सूरत में हड़िया-दारू का अवैध कारोबार नहीं होने दिया जायेगा. हड़िया-दारू बिक्री करने वाले लोगों से 10 हजार रुपये और पीने वालों से पांच हजार रुपये जुर्माना लिया जायेगा. साथ ही बाहर से अपने वाले प्रवासी मजदूरों के गांव में प्रवेश पर भी रोक लगा दिया गया है. ताकि गांव को कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आने से बचाया जा सके.

आठ गांवों में निगरानी समिति बनी

राजस्व ग्राम पेटसेरा के अंतर्गत पड़ने वाले डुमरटोला, कोयंजाली, पेटीटोला, बगीचा टोला, गिरजा टोला, भंडार टोला, बड़ाइक टोला, गुरु टोला के ग्रामीणों का एक-एक निगरानी समिति के लिए अध्यक्ष व सचिव का चयन किया गया है. निगरानी समिति के पदाधिकारी अपने-अपने टोला में अवैध हड़िया-दारू की बिक्री पर रोक लगायेंगे. साथ ही बाहर से अपने वाले प्रवासी मजदूरों की सूचना पंचायत के मुखिया, पंसस, वार्ड सदस्य, आंगनबाड़ी सेविका व सहिया दीदी को देंगे. ताकि सभी लोगों को रहने की समुचित व्यवस्था किया जाये. झारखंड से जुड़ी हर News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.

वहीं बैठक के बाद ग्रामीणों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कोरोना भगाओ, देश बचाओ, शराब बिक्री बंद करो आदि नारा लगाते हुए गांव में रैली निकाली. मौके पर मुखिया इग्नेशिया लकड़ा, पंसस बसंत लकड़ा, वार्ड सदस्य रोशनी उरांइन, क्लोस्टिका लकड़ा, उषा किरण डांग, सुरेश एक्का, कमला लकड़ा, मनीषा एक्का, महावीर साहू, मनसुख तिर्की, पतरस मिंज, पवन मिंज, बृजमोहन साहू, अनिल उरांव, वचन देवी, मनोनीत मिंज, खेरेन टोप्पो, सविता देवी, माधुरी पन्ना सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे.

Posted By : Amlesh Nandan Sinha.

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