आरा : तरारी प्रखंड में अचानक चमगादड़ों की मृत्यु को लेकर फसल जलाने की शिकायतों को देखते हुए प्रखंड के सभी गांव में सघन अभियान चलाया गया. जांच अभियान के तहत प्रखंड में कुल 22 कृषक फसल अवशेष जलाने के दोषी पाये गये. इन सभी कृषकों का निबंधन कृषि विभाग पोर्टल पर तीन वर्षों के लिए रद्द करने की अनुशंसा की गयी.
निबंधन रद्द होने के फलस्वरूप कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं बीज अनुदान, यंत्र अनुदान, इनपुट सब्सिडी, डीजल अनुदान, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभ से वंचित किया गया.इन कृषकों पर की गयी कार्रवाईतरारी के जितेंद्र सिंह, शांति देवी, मोआप खुर्द के हरेराम दुबे, परमेश्वर ठाकुर, धनंजय कुमार श्रीवास्तव, बड़कागांव के राजेश सिंह, करथ के कुंती देवी, लालो देवी, प्रिया देवी, हेमंती देवी, चंद्रलोक गोस्वामी, सारा के सुरेंद्र प्रसाद सिंह, अनीता देवी, राम पुकार सिंह, शंकरडीह के रामजी प्रसाद गुप्त, सविता देवी, कोसडीहरा के सोनू कुमार, भकुरा के शनिचरी देवी, खुशबू देवी, राधिका देवी, कालीकांत राय, शकुंतला देवी किसान समन्वयक व सलाहकारों का रोका गया. जिला कृषि पदाधिकारी संजयनाथ तिवारी ने बताया कि संबंधित पंचायतों के किसान समन्वयक व किसान सलाहकारों से स्पष्टीकरण करते हुए उनके वेतन व मानदेय पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गयी है. स्पष्टीकरण संतोषजनक पाये जाने पर इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जायेगी.