पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अब बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर आ चुके हैं और उनके आने का सिलसिला अब भी जारी है. ऐसे में टेस्टिंग की क्षमता में बढ़ोतरी हुई है. लेकिन, बाहर से आ रहे लोगों की संख्या को देखते हुए टेस्टिंग क्षमता को कम-से-कम रोजाना 10 हजार करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना के संक्रमण से सुरक्षा और प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
मुख्यमंत्री सोमवार को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किये जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा कर रहे थे.मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी जरूरी उपाये किये जा रहे हैं, जिनकी सघन मॉनीटरिंग करते रहें. सभी को यहीं रोजगार मिले, यह हम सभी चाहते हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इसके लिए सभी जिलों और चिह्नित स्वास्थ्य संस्थानों में अधिक-से-अधिक से आरटीपीसीआर, ट्रूनेट मशीन, सीबी नेट मशीन, टेस्टिंग किट्स और कार्टेज की व्यवस्था करायी जाये. उपलब्ध मशीनों को तुरंत चालू कराया जाये.कोविड अस्पतालों में बढ़ाएं बेडमुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कोविड के लिए खासतौर से चिह्नित अस्पतालों में बेडों की संख्या बढ़ाते हुए पूरी तैयारी रखी जाये.
उन्होंने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य विभाग आइसोलेशन वार्ड में संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या के अनुसार ऑक्सीजन सप्लाइ, पल्स ऑक्सी मीटर समेत अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं की निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार समुचित तैयारी रखें. सभी जिलों के आइसोलेशन वार्ड में बेडों की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है.पल्स पोलियो के तर्ज पर जारी रखें स्क्रीनिंगमुख्यमंत्री ने कहा कि पल्स पोलियो के तर्ज पर सभी प्रवासी लोगों की डोर-टू-डोर विस्तृत स्क्रीनिंग लगातार कराते रहें. इसका फॉलोअप भी करते रहें. बाहर से आने वाले लोगों की प्रोटोकॉल के अनुसार सैंपलिंग और टेस्टिंग अवश्य कराएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता के साथ-साथ सभी जरूरी उपकरणों और पीपीइ किट्स समेत अन्य की सप्लाइ चेन की निरंतरता बनाये रखें.
सभी संबंधित विभाग रोजगार उपलब्ध कराने की करें पहल
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार दिलाने की व्यवस्था के लिए लगातार निर्देश दिये जा रहे हैं. सभी संबंधित विभाग इसकी मॉनीटरिंग करें. सभी संबंधित विभाग रोजगार उपलब्ध कराने की पहल करें. ऐसी व्यवस्था करें कि सभी को यहीं रोजगार मिले और किसी को अकारण बाहर नहीं जाना पड़े. बिहार के विकास में प्रवासी मजदूरों को भागीदार बनाएं. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि जो लोग कोरेंटिन सेंटरों पर कोरेंटिन की निर्धारित अवधि पूरा कर या अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर जा रहे हैं, उनके प्रति सकारात्मक रहें. उनसे संक्रमण का कोई खतरा नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित लगातार स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं, इसलिए लोग घबराएं नहीं, धैर्य रखें, सचेत रहें और सतर्क रहें.