आज से घरेलू उड़ानें शुरू हो चुकी है. 25 मार्च से बंद हुई घरेलू उड़ान जो आज ( 25 मई) से शुरू हुई है. पहले और अब की यात्रा में काफी बदलाव हुआ है. फ्लाइट अटेंडेंट खुद को पूरी तरह सुरक्षित रखने के लिए पीपीई किट्स पहन रखा था.
यात्रा में पानी के अलावा कोई खाद्य या पेय पदार्थ नहीं दिया गया. हैदराबाद से रांची पहुंचे कई यात्रियों से हमने उनके सफर के अनुभव पर बात की. पहले और अब की यात्रा में क्या फर्क महसूस किया यह समझने की कोशिश की और उन कमियों पर भी सवाल किया जिस पर सुधार की जरूरत है.
हैदराबाद से दोपहर 3.30 बजे फ्लाइट राजधानी रांची पहुंची. घरेलू उड़ानों की शुरुआत के साथ ही कई तरह के सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं. एयरपोर्ट में प्रवेश करने से पहले यात्रियों को पूरी तरह सैनिटाइज होना जरूरी है. जो भी सामान लेकर आप एयरपोर्ट पर आयेंगे उसे पूरी तरह सैनिटाइज किया जायेगा. आपके लिए प्रवेश करने से पहले एक सैनिटाइजेशन स्टैंड में सेनिटाइजर रखा है जिसे हाथ में लगाकर आप अंदर प्रवेश कर सकेंगे.
https://www.facebook.com/prabhat.khabar/videos/612368676045901/आपको चेहरे पर मास्क लगाना जरूरी है. बोर्ड में यात्रियों के लिए दिये गये निर्देश के अनुसार मोबाइल पर आरोग्य सेतू ऐप का भी होना जरूरी है. सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पूरी तरह पालन करना होगा. इसका एयरपोर्ट पर पूरा ध्यान रखा जा रहा है. वेब चेकिंग का आग्रह किया गया है ताकि आपको लंबे समय तक कतार में खड़ा ना रहना पड़े.
इंडिगो आपको यात्रा के साथ एक किट भी दे रहा है जिसमें मास्क और सेनिटाइजर है. साथ ही फेस सिल्ड भी यात्रियों को दिया जा रहा है ताकि यात्रा में किसी को परेशानी ना हो. हैदराबाद से जो यात्री रांची पहुंचे हैं उनलोगों ने बताया कि हमारी प्लेन में यात्री कम थे इसलिए बैठने में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया कई यात्री थे. जो अकेले बैठे थे.
श्वेता लंबे समय से हैदाराबाद में रहती हैं, अपने इस यात्रा के अनुभव पर उन्होंने कहा डर तो था लेकिन हैदराबाद एयरपोर्ट पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे. इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा था कि यात्रियों के बीच दूरी हो. हमें यात्रा में कोई परेशानी नहीं हुई. हमें इंडिगो में प्रवेश करने से पहले एक किट भी दिया गया जिसमें मास्क और सेनिटाइजर थे. सामान पूरी तरह सेनिटाइज करके प्लेन में ले जाया गया
अनिल हैदराबाद में तीन साल से होटल मैनजमेंट का कोर्स कर रहे हैं. अनिल ने बताया कि जैसे ही कोरोना वायरस का खतरा बढा घर वाले परेशान हो गये. मैं भी किसी तरह उनके पास आना चाहता था. ट्रेन सेवा भी शुरू हुई लेकिन मैं किसी से संपर्क नहीं कर सका जो मुझे वहां से बाहर निकल सकता था. फ्लाइट भी बंद थी जैसे ही यात्रा शुरू हुई, मैंने तुरंत टिकट कराया और लौट आया. मैंने इस बीच कई बार झारखंड राज्य सरकार से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की लेकिन मैं सफल नहीं हो सका. यात्रा का अनुभव बेहतर था हर जगह सुरक्षा के इंतजाम थे.
डॉ प्रदीप लंबे सफर के बाद रांची पहुंचे हैं. उनकी यात्रा कोच्चि से शुरू हुई और रांची में खत्म हुई. उन्होंने कहा, मेरा अनुभव अच्छा रहा है हम सभी सरकार का ही हिस्सा है नियम हमारी सुरक्षा के लिए है मैंने इस यात्रा में अनुभव किया है कि सभी एयरपोर्ट पर बेहतर काम हुआ है. सुरक्षा के सारे पक्षों पर ध्यान दिया जा रहा है. सरकार अच्छा काम कर रही है लेकिन फ्लाइट के अंदर मुझे कई तरह की कमी लगी जिस पर ध्यान दिया जाना चाहिए. फ्लाइट में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान कम रखा जा रहा है. अगर हम इन पक्षों पर ध्यान देंगे तभी सुरक्षित रह पायेंगे. मैंने लंबी यात्रा की है.